SBI MCLR Rates Increase: देश की सबसे बड़ी सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक(SBI) ने अपने करोड़ों कस्टमर्स को झटका देते हुए (15 नवंबर) से MCLR दरों को बढ़ा दिया है। एसबीआई ने तीन महीना, छह महीने और एक साल का कार्यकाल पर 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी की है। बता दें कि MCLR दरों के बढ़ने (SBI MCLR Rates Increase) का सीधा असर आपके पर्सनल लोन, कार लोन और होम लोन की EMI पर पड़ता है।
जनिए MCLR दरों में कितनी हुई बढ़ोतरी (SBI MCLR Rates Increase)
भारतीय स्टेट बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, बैंक ने 3 महीने, 6 महीने और 1 साल के MCLR दरों को रिवाइज्ड किया है। इसमें 3 महीने की दरों को 8.50 फीसदी से बढ़ाकर 8.55, 6 महीने को 8.85 फीसदी से बढ़ाकर 8.90 फीसदी और 1 साल की दरों को 8.95 फीसदी से बढ़ाकर 9.00 फीसदी कर दिया है।

एमसीएलआर क्या है? (What is MCLR)
किसी बैंक द्वारा दी जाने वाली सबसे कम उधार दर को फंड-आधारित उधार दर (MCLR) की सीमांत लागत के रूप में जाना जाता है। बता दें कि SBI ने केवल तीन, छह और 12 महीने की एमसीएलआर में भी बढ़ोतरी की है। एक दिन, एक महीने, दो साल और तीन साल की अवधि की MCLR को कायम रखा गया है।
