Tomato Price Hike: देश के कई शहरों में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं। पिछले कुछ दिनों में टमाटर के दामों में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है। जिससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नवरात्रि और दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों के मौके पर टमाटर की महंगाई ने रसोई का जायका बिगाड़ दिया है।
त्योहारी सीजन में टमाटर के दाम (Tomato Price)आसमान छूने लगे हैं, और इस वृद्धि ने आम जनता की जेब पर काफी दबाव डाला है। कई क्षेत्रों में टमाटर के दाम 100 से 150 रुपये तक पहुंच गए हैं। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में, टमाटर 130 रुपये प्रति किलो से अधिक में बिक रहा है। प्याज के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है, जो अब 60 से 70 रुपये के बीच है। लेकिन टमाटर की बढ़ती कीमतों ने सचमुच बाजार में हलचल मचा दी है।
शिमला के कई हिस्सों (Tomato Price in Himachal) में टमाटर 100 रुपये से अधिक की दर पर बिक रहा है। पिछले सप्ताह में टमाटर के दाम में 40 रुपये प्रति किलो तक की वृद्धि देखने को मिली है। लोअर बाजार की सब्जी मंडी में थोक में टमाटर 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, लेकिन अब मार्केट में यह कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है।
चंबा शहर में टमाटर 120 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है, जबकि गोभी और अन्य सब्जियां 80 से 90 रुपये के बीच बेची जा रही हैं। इस स्थिति ने न केवल आम जनता की रसोई में कठिनाई पैदा की है, बल्कि त्योहारों के दौरान खरीदारी के अनुभव को भी प्रभावित किया है।
एक महीने में इतनी तेजी से बढ़ी कीमतें (Tomato Price increase )
वहीँ देश के अन्य शहरों की बात करे तो वहां भी टमाटर के दाम आसमान छूँ रहे हैं। जानकारों के अनुसार कम डिमांड और त्योहार पर ज्यादा सप्लाई की वजह से ऐसा हो रहा है। मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के आंकड़ों के अनुसार बीते एक महीने में टमाटर के दामों में 30 रुपये से अधिक की तेजी आई है। देश की राजधानी में शनिवार को टमाटर की कीमतें 100 रुपये के पार पहुंच गईं। एक दिन यह रिटेल कीमत 80 रुपये तक थी। सब्जी के खुदरा व्यापारियों की मानें तो आने वाले दिनों में इसकी कीमत 150 या उसके पार भी जा सकती हैं।
थोक मंडी में भी बढ़े दाम (Tomato Price in Wholesale Market)
जानकारों के अनुसार थोक मंडी में भी टमाटर की कीमत (Tomato Price) 70 रुपये प्रतिकिलो से 80 रुपये प्रतिकिलो तक है। जानकार बताते हैं कि इस बार हीट वेव की वजह से और फिर बारिश न होने की वजह से टमाटर की फसल को नुकसान हुआ। इसके बाद लगातार हुई बारिश से भी फसल प्रभावित हुई. यही वजह है कि टमाटर के रेट बढ़ गए।