Gwalior News: ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर छिड़ा विवाद अब सांप्रदायिक रंग लेने लगा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें डीएसपी हिना खान न केवल ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाती नजर आ रही हैं, बल्कि यह दृश्य तनावपूर्ण माहौल में सबको चौंका देने वाला साबित हुआ।
घटना तब घटी जब बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्रा ने डीएसपी को ‘सनातन विरोधी’ करार दिया। हिना खान ने इसका जवाब आंखों में आंखें डालकर नारों से दिया, जिससे मौके पर सन्नाटा छा गया।
दरअसल ,ग्वालियर हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में अंबेडकर जी की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव फरवरी से ही विवादों में घिरा हुआ है। एक पक्ष इसे संविधान निर्माता के सम्मान का प्रतीक मानकर लगवाना चाहता है, जबकि बार एसोसिएशन और कुछ वकील इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। हाल के दिनों में यह मुद्दा जातिगत तनाव में बदल गया है, जहां भीम आर्मी जैसे संगठन ‘जय भीम’ के नारों के साथ सड़कों पर उतर आए हैं।
15 अक्टूबर को कुछ सामाजिक संगठनों और दलों ने सोशल मीडिया के जरिए आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसके मद्देनजर प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए धारा 163 लागू कर दी और भारी पुलिस बल तैनात किया। बाहर से भी अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
मई में यह विवाद और भड़का था, जब वकीलों के दो गुटों के बीच धक्कामुक्की और झड़पें हुईं। एक तरफ तिरंगा फहराने की कोशिश हुई, तो दूसरी ओर महिलाएं नीले वस्त्रों में विरोध जताती रहीं। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाएं भी दर्ज हुईं, जिसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश ने जबलपुर में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा, सभी पक्षों की सहमति से प्रतिमा लगाने की मांग की।
डीएसपी हिना खान और अनिल मिश्रा के बीच तीखी नोकझोंक
विवाद के बीच अंबेडकर प्रतिमा के विरोधी गुट ने सुंदरकांड पाठ का आयोजन मंदिर परिसर में किया। पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्रा अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे, लेकिन पुलिस ने अनुमति न होने का हवाला देकर उन्हें रोक दिया। इसी दौरान डीएसपी हिना खान और मिश्रा के बीच गरमागरम बहस छिड़ गई। मिश्रा ने हिना खान को ‘सनातन विरोधी’ बता दिया, जिसके जवाब में उनके समर्थकों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाना शुरू कर दिए।
इस पर डीएसपी हिना खान ने बिना हिचकिचाहट के जवाब दिया। वीडियो में वे स्पष्ट कहती नजर आ रही हैं, “यह सनातन धर्म का विरोध नहीं है। आप गलत न करें। अगर आप नारे लगाएंगे, तो मैं भी लगाऊंगी। जय श्रीराम बोलूंगी। लेकिन अगर बदतमीजी के इरादे से नारे लगाए जा रहे हैं, तो यह गलत है।” उनका यह कदम न केवल मौके पर मौजूद लोगों को स्तब्ध कर गया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी। कई लोग इसे साहसिक कदम बता रहे हैं, तो कुछ इसे विवाद को हवा देने वाला मान रहे हैं।
प्रशासन ने स्थिति को काबू में रखने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है। जिले में धारा 163 के तहत जुलूस और सभाओं पर पाबंदी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद अब केवल प्रतिमा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि जाति और धार्मिक पहचान की जंग में बदल गया है। सुप्रीम कोर्ट तक यह मामला पहुंच चुका है, जहां मुख्य न्यायाधीश की भूमिका अहम होगी। फिलहाल, दोनों पक्षों से शांति की अपील की जा रही है, लेकिन तनाव कम होने के संकेत नहीं मिल रहे।












