Premanand Maharaj Health Update: देश-विदेश में लाखों लोगों को आध्यात्मिक और सांसारिक जीवन का मार्गदर्शन देने वाले संत प्रेमानंद महाराज की सेहत को लेकर उनके अनुयायी चिंता में हैं। उनकी प्रेरक वाणी और सत्संग ने अनगिनत लोगों के जीवन को नई दिशा दी है, लेकिन हाल ही में उनकी खराब तबीयत के कारण उनकी नियमित पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है। सोशल मीडिया पर उनकी सेहत को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं, जिससे भक्तों की चिंता और बढ़ गई है।
प्रेमानंद महाराज की सेहत का हाल
हाल ही में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें प्रेमानंद महाराज भक्तों को संबोधित करते दिख रहे हैं। हालांकि, इस वीडियो में उनकी आंखें और होठ सूजे हुए नजर आ रहे हैं, चेहरा लाल दिख रहा है और उनकी आवाज में कमजोरी साफ झलक रही है। फिर भी, उन्होंने भक्तों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वे पूरी तरह ठीक हैं।
बता दें कि उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो खुद बता रहे हैं कि उनके हाथों की पोजिशन अब ठीक है। हाथ से काम चल रहा है, कल से सुधार है, आंखें खुल रही हैं। प्रेमानंद महाराज केली कुंज आश्रम में ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। उनका रोजाना डायलिसिस हो रहा है। पूरे शरीर में सूजन है। दोनों हाथों पर पट्टियां बंधी हैं। ‘सुधार है, आंखें खुल रही हैं…’
🙏 Premanand Ji Maharaj’s Health Update 💫
Premanad Ji Maharaj is currently taking treatment at Shri Keli Kunj Ashram itself. 💐
He is undergoing daily dialysis, with swelling in the body and bandages on both hands.
The viral hospital video from yesterday is old, and Maharaj Ji… pic.twitter.com/mtFBzTLOkq— LocalTak™ (@localtak) October 8, 2025
कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर यह अफवाह उड़ी थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन यह खबर गलत साबित हुई। भक्तों का कहना है कि उनकी यह हालत देखकर उन्हें गहरी पीड़ा हो रही है।
एकअन्य भक्त ने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रेमानंद महाराज की वाणी ने हमारा जीवन संवारा है। उनकी सेहत के लिए हम प्रभु से प्रार्थना करते हैं।” एक अन्य अनुयायी ने भावुक होते हुए कहा, “उनका चेहरा देखकर हमारा मन प्रसन्न हो जाता था, लेकिन आज उनकी हालत देखकर दिल दुखी है।”
किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं महाराज
उल्लेखनीय है कि संत प्रेमानंद महाराज को साल 2006 में पता चला था कि उनकी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं और उनके पास सीमित समय है। इस खबर के बाद उन्होंने अपना जीवन पूरी तरह भक्ति में समर्पित कर दिया। वे वृंदावन आ गए और वहां राधा-कृष्ण के भजन-कीर्तन में लीन हो गए। उन्होंने अपनी किडनी का नाम तक राधा और कृष्ण रख लिया, जो उनकी आध्यात्मिक निष्ठा को दर्शाता है।
प्रेमानंद महाराज की खराब सेहत की खबर ने उनके अनुयायियों को गहरी चिंता में डाल दिया है। सोशल मीडिया पर भक्त लगातार उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। उनकी शिक्षाओं और सत्संग ने न केवल भारत, बल्कि विदेशों में भी लोगों को प्रेरित किया है। भक्तों का कहना है कि वे जल्द स्वस्थ होकर फिर से अपने सत्संग और पदयात्रा के जरिए लोगों का मार्गदर्शन करें।
हालांकि, उनकी तबीयत को देखते हुए फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी पदयात्रा कब शुरू होगी। भक्तों और शुभचिंतकों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक जानकारी का इंतजार करें। सभी की कामना है कि प्रेमानंद महाराज जल्द स्वस्थ हों और अपने भक्तों के बीच फिर से पहले की तरह उत्साह के साथ लौटें।










