Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

Songar: तुर्की का पहला स्वदेशी सशस्त्र ड्रोन सिस्टम, जानिए क्या है इसकी खासियत ..!

Songar: तुर्की का पहला स्वदेशी सशस्त्र ड्रोन सिस्टम, जानिए क्या है इसकी खासियत ..!

Turkey’s Songar Drone System: तुर्की ने द्वारा निर्मित पहला स्वदेशी सशस्त्र ड्रोन सिस्टम सोंगर है, जिसे एएसआईएसगार्ड ने डिज़ाइन किया है। यह अत्याधुनिक ड्रोन स्वचालित मशीनगन से लैस है और 3 किलोमीटर के दायरे में ऑपरेशन कर सकता है।

सोंगर रीयल-टाइम छवियां भेजने में सक्षम है और 5.56×45 मिमी नाटो गोला-बारूद के 200 राउंड ले जा सकता है। इसमें विशेष लचीला गोला-बारूद फीड च्यूट और स्वचालित फायरिंग तंत्र है, जो 2,800 मीटर की ऊंचाई पर भी प्रभावी ढंग से काम करता है।

मीडिया और इंटरनेट पर दी गई जानकरियों से पता चलता है कि सोंगर में इलेक्ट्रॉनिक साइट और बैलिस्टिक कैलकुलेशन मॉड्यूल शामिल किया गया है, जिसने इसकी फायरिंग सटीकता को और बेहतर बनाया है। मशीनगन की जगह ग्रेनेड लॉन्चर को एकीकृत करने की क्षमता इसे और बहुमुखी बनाती है।

इसे भी पढ़ें:  Dr Manmohan Singh नोट पर सिग्नेचर करने वाले अकेले पीएम, जिनकी आर्थिक नीतियों को दुनिया ने स्वीकारा..

Songar, Turkey’s first national armed drone system,

रिपोर्ट्स के मुताबिक एएसआईएसगार्ड द्वारा विकसित यह ड्रोन सैन्य अभियानों में लक्ष्य पहचान, खतरे को खत्म करने, रीयल-टाइम निगरानी और नुकसान आकलन जैसे कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है। सोंगर सैन्य तकनीक में तुर्की की स्वदेशी क्षमता का प्रतीक है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक अससिगार्ड सोंगर ड्रोन प्रणाली को पहली बार जनता के सामने अप्रैल 2019 में इस्तांबुल में अंतर्राष्ट्रीय रक्षा उद्योग मेले (IDEF) में प्रदर्शित किया गया था। इसने सफलतापूर्वक स्वीकृति परीक्षण पूरे किए, और पहला सोंगर ड्रोन फरवरी 2020 में तुर्की सशस्त्र बलों को सौंपा गया था। इसलिए, जबकि इसे 2019 में प्रदर्शित किया गया था, यह 2020 में परिचालन में आया और तुर्की का पहला राष्ट्रीय सशस्त्र ड्रोन सिस्टम बना।

इसे भी पढ़ें:  Chandigarh Bill 2025: चंडीगढ़ पर कानून बदलने के प्रस्ताव पर भड़के विपक्ष के बाद केंद्र ने वापस लिया कदम

Songar, Turkey’s first national armed drone system 1

उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार रात को पाकिस्तान ने तुर्की के इन  300 से 400 ड्रोनों के साथ लेह से सर क्रीक तक 36 जगहों पर भारत की वायुसीमा में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने इसे नाकाम करते हुए कई ड्रोनों को  मार गिराया।  सेना ने बताया कि पाकिस्तान इन ड्रोन के जरिए भारत की वायुसेना की टोह लेना चाहता था, लेकिन उसकी इस हरकत का उसे माकूल जवाब दिया गया है।

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now