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आउट था श्रीलंका का बल्लेबाज फिर भी अंपायर ने नहीं उठाई उंगली

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NZ vs SL: न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले वनडे में श्रीलंका की टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस मैच में कुछ ऐसा भी हुआ जिसे देखकर न केवल फैंस बल्कि खिलाड़ियों का भी दिमाग चकरा गया। पहले वनडे का यह सबसे मजेदार मामला माना जा रहा है।

यह है पूरा मामला

दरअसल, यह पूरा मामला मैच की दूसरी पारी के दौरान का है। 18वें ओवर में श्रीलंका के बल्लेबाज चमिका करुनारत्ने ने ब्लेयर टिकनर की चौथी बॉल पर शॉट और पहला रन दौड़कर पूरा कर लिया। लेकिन जब तक वह दूसरे रन के लिए दौड़े तब तक फील्डर ने गेंद उठाकर बॉलर की तरफ फेंक दी। ब्लेयर टिकनर ने चमिका करुनारत्ने के क्रीच के अंदर आने से पहले ही उनके स्टंप बिखेर दिए, करुनारत्ने रन आउट हो चुके थे। लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया। जबकि रिप्ले में भी साफ दिख रहा था कि बल्लेबाज क्रीच में नहीं पहुंच पाया था, उससे पहले ही गिल्लियां गिरा दी गई थी।

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गिल्ली की बैटरी खत्म हो गई थी

मैदान के बाहर और मैदान के अंदर सब यह सोचकर हैरान थे कि आखिर अंपायर ने आउट क्यों नहीं दिया। तो इसका जवाब था कि बेल्स यानि स्टंप की गिल्लियों की बैटरी खत्म हो गई थी, जिससे गिल्लियां गिराने के बाद भी उनमें लगी लाइट नहीं जली और बल्लेबाज आउट होकर भी आउट से बच गया।

दरअसल, क्रिकेट के नए नियमों के मुताबिक अब स्टंप में लेजर लाइट लगी होती है। जैसे ही इन्हें छुआ जाता है तो लेजर लाइट जल जाती है। ऐसे में क्रिकेट में नियम बनाया गया है कि गेंद लगने के बाद जब तक स्टंप की गिल्लियों में लगी लाइट नहीं जलती तब तक बल्लेबाज को आउट नहीं दिया जाएगा। यही वो वजह रही जिससे श्रीलंका के बल्लेबाज चमिका करुनारत्ने आउट होकर भी आउट नहीं हो पाए। क्योंकि अंपायर का कहना था कि गिल्लियों की लाइट नहीं जली थी।

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बल्लेबाज नहीं उठा पाया फायदा

हालांकि श्रीलंका के बल्लेबाज चमिका करुनारत्ने इस जीवनदान का ज्यादा फायदा नहीं उठा सके और 11 रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गए वहीं श्रीलंका की पूरी टीम 76 रनों पर ऑलआउट हो गई, इस तरह पहले वनडे में श्रीलंका को करारी हार का सामना करना पड़ा।

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