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Heart Friendly Diet: दिल के लिए फायदेमंद आहार कम कार्ब या कम फैट ही नहीं, खाने की गुणवत्ता भी मायने रखती है!

Heart Friendly Diet:दिल के लिए फायदेमंद आहार कम कार्ब या कम फैट ही नहीं, खाने की गुणवत्ता भी मायने रखती है!

Heart Friendly Diet: हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हमारा दिल होता है, और दिल को स्वस्थ रखने के लिए कम कार्बोहाइड्रेट या कम फैट वाला खाना ही काफी नहीं है। बल्क़ि खाने की गुणवत्ता ज्यादा महत्वपूर्ण है। एक नई स्टडी के अनुसार, इस बात का खुलासा हुआ है।

कम प्रोसेस्ड और पौधों से बने खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, नट्स और बीज खाने से दिल की बीमारी का खतरा कम हो सकता है। इसके साथ ही, रिफाइंड अनाज, चीनी और जानवरों से बने प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को सीमित करना चाहिए।

Heart Friendly Diet: लाखों लोगों पर अध्ययन

लगभग 2 लाख लोगों पर दशकों तक चले इस अध्ययन से पता चला कि अच्छी गुणवत्ता वाला खाना दिल की सेहत के लिए बहुत जरूरी है। फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, फलियाँ, मेवे और बीज – पोषक तत्वों, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं।

इसके विपरीत, अत्यधिक संसाधित खाद्य पदार्थ, शर्करा युक्त पेय पदार्थ और परिष्कृत अनाज सूजन, वजन बढ़ने और उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर का कारण बन सकते हैं, जो सभी हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं। क्या इसका मतलब यह है कि हमें अपने आहार में कार्बोहाइड्रेट कम कर देना चाहिए?

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The Indian Express की  एक रिपोर्ट के मुतबिक दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मुकेश गोयल कहते हैं, “इस स्टडी का मतलब है कि लोगों को ताजा, पोषक तत्वों से भरपूर और प्राकृतिक खाने को प्राथमिकता देनी चाहिए। ‘कम फैट’ या ‘कम कार्ब’ जैसे लेबल पर ध्यान देने के बजाय, चीनी, ट्रांस फैट और प्रोसेस्ड मीट को कम करके दिल को स्वस्थ रखा जा सकता है।”

Heart Friendly Diet: खाने की गुणवत्ता क्यों जरूरी है?

  • कम प्रोसेस्ड और पौधों से बने खाद्य पदार्थ: फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, नट्स और बीज पोषक तत्वों, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखते हैं।
  • अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाना: चीनी युक्त पेय, रिफाइंड अनाज और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ सूजन, वजन बढ़ने और कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का कारण बनते हैं, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है।

क्या कार्बोहाइड्रेट पूरी तरह छोड़ देना चाहिए?

  • नहीं, कार्बोहाइड्रेट को पूरी तरह छोड़ने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये शरीर और दिमाग के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत हैं। लेकिन रिफाइंड कार्ब्स जैसे सफेद ब्रेड, सफेद चावल, चीनी वाले स्नैक्स और मीठे पेय से बचना चाहिए।
  • ये जल्दी पच जाते हैं और ब्लड शुगर बढ़ाते हैं, जो दिल के लिए हानिकारक है। इसके बजाय, साबुत अनाज, फल, सब्जियां और दालों जैसे जटिल कार्बोहाइड्रेट खाएं। ये फाइबर, विटामिन और मिनरल से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं और कोलेस्ट्रॉल कम करते हैं।
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कम फैट और कम कार्ब आहार कैसे मदद करता है?

  • कम फैट आहार: अगर आप सैचुरेटेड फैट (रेड मीट, मक्खन, फुल-फैट डेयरी) और ट्रांस फैट (प्रोसेस्ड फूड) को कम करते हैं, तो यह दिल के लिए अच्छा है। नट्स, बीज, जैतून का तेल और फैटी मछली जैसे हेल्दी फैट कोलेस्ट्रॉल को बेहतर बनाते हैं।
  • कम कार्ब आहार: रिफाइंड कार्ब्स की जगह फाइबर से भरपूर सब्जियां, साबुत अनाज और दालें खाने से ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और दिल का स्वास्थ्य बेहतर होता है।

क्या दिल के मरीजों को मांस पूरी तरह छोड़ देना चाहिए?

दिल के मरीजों को मांस पूरी तरह छोड़ने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतनी चाहिए। रेड मीट (बीफ, पोर्क, लैंब) और प्रोसेस्ड मीट (बेकन, सॉसेज, कोल्ड कट्स) में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है, जो धमनियों को ब्लॉक कर सकता है। प्रोसेस्ड मीट में सोडियम और प्रिजर्वेटिव भी होते हैं, जो ब्लड प्रेशर बढ़ाते हैं। हालांकि, स्किनलेस चिकन, टर्की या ओमेगा-3 से भरपूर मछली जैसे लीन मीट स्वस्थ विकल्प हो सकते हैं।

स्वाति सिंह वर्तमान में प्रजासत्ता मीडिया संस्थान में बतौर पत्रकार अपनी सेवाएं दे रही है। इससे पहले भी कई मीडिया संस्थानों के साथ पत्रकारिता कर चुकी है।

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