Madhya Pradesh Ladli Behna Yojana: रक्षाबंधन से पहले मध्य प्रदेश की बहनों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की अगुआई वाली भाजपा सरकार ने अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट के माध्यम से घोषणा की है कि ‘लाड़ली बहना योजना’ की 27वीं किस्त 9 अगस्त 2025 को बहनों के खातों में पहुंचाई जाएगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पर बताया कि 9 अगस्त को लाड़ली बहना योजना की 27वीं किस्त ट्रांसफर की जाएगी, और रक्षाबंधन के मौके पर बहनों को 250 रुपये का विशेष तोहफा भी मिलेगा।
इस बार, सरकार ने रक्षाबंधन को और भी यादगार बनाने के लिए एक अतिरिक्त उपहार देने का फैसला किया है। तय 1250 रुपये की राशि के अलावा, 250 रुपये का “रक्षाबंधन शगुन” भी बहनों के खातों में जमा किया जाएगा। यानी इस बार रक्षाबंधन पर मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों को कुल 1500 रुपये मिलेंगे।
Ladli Bahana Yojana 27th Installment Date
आने वाली 9 अगस्त को रक्षाबंधन से पहले ही लाड़ली बहनों के खाते में ₹250 की शगुन राशि अलग से भेजी जाएगी। इसके साथ ही इस वर्ष योजना के अंतर्गत लाड़ली बहनों को दी जाने वाली मासिक सहायता राशि बढ़ाकर ₹1500 प्रति माह कर दी जाएगी : CM@DrMohanYadav51 #CMMadhyaPradesh #MadhyaPradesh… pic.twitter.com/QuZHhlxoSa
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 3, 2025
Ladli Bahana Yojana: भाई दूज से हर महीने 1500 रुपये
वीडियो में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह भी बताया कि इस साल भाई दूज (23 अक्टूबर 2025) से ‘लाड़ली बहना योजना’ की मासिक राशि 1250 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी जाएगी। अक्टूबर से बहनों को हर महीने 1500 रुपये मिलेंगे, जिससे वे अपने जरूरी खर्चों को आसानी से पूरा कर सकें। भाई दूज, जो हर साल दिवाली के आखिरी दिन मनाया जाता है, भाई-बहन के प्यार और स्नेह का प्रतीक है। इस खास दिन को सरकार ने बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का मौका दिया है।
लाड़ली बहना योजना क्या है?(Ladli Bahana Yojana)
- शुरुआत: जून 2023 में, महिलाओं की आर्थिक मदद और सम्मान बढ़ाने के लिए।
- लाभार्थी: 21 से 60 वर्ष की विवाहित, तलाकशुदा या विधवा महिलाएं।
- वर्तमान लाभ: हर महीने 1250 रुपये।
- नई घोषणा: अक्टूबर से हर महीने 1500 रुपये की सहायता राशि।
- इस बार: 9 अगस्त को 1250 रुपये और 250 रुपये का रक्षाबंधन शगुन।
यह योजना क्यों है खास?
‘लाड़ली बहना योजना’ केवल आर्थिक सहायता ही नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हर महीने की राशि से महिलाएं अपने छोटे-बड़े फैसले खुद ले सकती हैं, जिससे परिवार में उनकी भूमिका मजबूत होती है और आत्मसम्मान भी बढ़ता है।
यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक मदद देती है, बल्कि उन्हें सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर भी सशक्त बनाती है, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरता है। रक्षाबंधन और भाई दूज जैसे त्योहारों पर विशेष तोहफे देकर सरकार ने इस योजना को और भी खास बना दिया है।












