Himachal News: हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सत्ताधारी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली सरकार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं और उनकी हरकतों से प्रदेश की साख को ठेस पहुंच रही है। शिमला से जारी एक बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सुख की सरकार में अपराधी इतने बेलगाम हो गए हैं कि वह प्रदेश की छवि को धूमिल कर रहे हैं।
ठाकुर ने दावा किया कि राज्य के हर कोने से लेकर राजधानी शिमला तक हो रही वारदातें दिखाती हैं कि यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। चाहे बच्चे हों, युवा हों या बुजुर्ग महिलाएं, हर कोई खतरे में है। लोग अपने घरों में भी चैन से नहीं रह सकते और बाजार में जाने से डरते हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हाल के दिनों में जो घटनाएं सामने आई हैं, वे डरावनी हैं। ऊना में गर्भवती युवती की अधजली लाश मिली, भतीजे ने चाचा का कत्ल कर दिया, उपप्रधान की बेरहमी से हत्या हुई। शिमला के संजौली में नाबालिग से छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी, चंबा में 63 साल की महिला की हत्या, नेशनल खिलाड़ी के साथ एसडीएम द्वारा बलात्कार का आरोप, ऐसी खबरें थमने का नाम नहीं ले रही।
उन्होंने बताया कि एक एसडीएम पर यौन शोषण के आरोप हैं और वे आठ दिन से फरार हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। बंजार में गैंगरेप के बाद महिला की हत्या को पुलिस ने एक महीने तक छुपाया। रोहड़ू में प्रताड़ना से बच्चे ने जहर खा लिया, बिलासपुर में शादी की तैयारी के बीच शव मिला, चंबा में शिकार खेलने गए युवक की हत्या हो गई। इन सबके बीच अवैध खनन, वन कटाई और नशे से युवाओं की मौत जैसे मुद्दों पर सरकार का कोई जवाब नहीं है।
ठाकुर ने कहा कि सरकार इस सब पर खामोश है, मानो अपराधियों को संरक्षण दे रही हो। उन्होंने हिमाचल पुलिस पर भी सवाल उठाए, जो कथित तौर पर सिर्फ भाजपा नेताओं की जासूसी में व्यस्त है और आम लोगों की सुरक्षा की परवाह नहीं कर रही। उन्होंने एचपीपीसीएल के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत की जांच को सीबीआई को न सौंपने के मामले का जिक्र किया। उस वक्त डीजीपी, एसपी, एजी और सीएस के बीच आरोप-प्रत्यारोप हुए, जिससे पुलिस की साख को धक्का लगा। कोर्ट ने भी सवाल उठाए, लेकिन मुख्यमंत्री चुप्पी साधे रहे। जो अधिकारियों ने गलत के खिलाफ आवाज उठाई, उन्हें सजा दी गई, जबकि गलत करने वालों को बख्श दिया गया।
चंबा में एक नाबालिग स्टेट चाइल्ड के साथ बलात्कार हुआ। वह गर्भवती हुई तो उसे दूसरे राज्य में भेजकर बच्चे को बेच दिया गया और उसकी शादी करा दी गई। यह सब सीएम और जिला प्रशासन को पता था, फिर भी कार्रवाई तभी हुई जब भाजपा विधायक ने विधानसभा में मुद्दा उठाया। ठाकुर ने कहा कि ऐसा अपराध जानकर चुप रहना सबसे बड़ा पाप है। चंबा में मनोहर हत्याकांड को उन्होंने सीएम के हिंदुत्व विरोधी बयान से जोड़ा।
जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे अपनी कमजोरी छोड़ें और प्रदेशवासियों की सुरक्षा पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि अगर गैर-जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्ती की जाए, तो हालात सुधर सकते हैं। वरना, सरकार की यह लापरवाही लोगों की जान लेती रहेगी।











