Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

शर्मसार: अनुसूचित जाति के व्यक्ति के शव को सवर्णों ने श्मशानघाट में अंतिम संस्कार से रोका

बिलासपुर के दधोल में सवर्णों ने श्मशानघाट में नहीं करने दिया अंतिम संस्कार, भराड़ी थाने में शिकायत

प्रजासत्ता|
प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से अकसर जातीय भेदभाव की खबरें सामने आती रहती हैं। अब बिलासपुर जिले के घुमारवीं उपमंडल के तहत पंचायत दधोल के जसवाणी गांव से शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। जहाँ एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति के शव का सवर्णों ने श्मशानघाट में अंतिम संस्कार रोक दिया।

मिली जानकारी मुताबिक सवर्णों का कहना था कि पंचायत के पैसे से बना यह श्मशानघाट केवल उनके लिए ही है। दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस भी हुई। बाद में लोगों को शव का अंतिम संस्कार खुले में ही करना पड़ा। परिवार के लोगों ने रविवार देर शाम भराड़ी थाने शिकायत दी। इस आधार पर एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इसे भी पढ़ें:  घुमारवीं: बल्ही में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दधोल पंचायत के जसवाणी गांव के निवासी अनुसूचित जाति से संबंधित सुंदर राम के निधन के बाद शव के अंतिम संस्कार को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। जिसके बाद वन विभाग में तैनात सुंदर राम के बेटे रत्न लाल ने भराड़ी पुलिस थाना में शिकायत दी है। इनमें चुन्नी लाल व नरेंद्र समेत तीन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं। खबर लिखे जाने तक इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले की जांच अब डीएसपी के रैैंक का अधिकारी करेगा। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है|

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment