Chamba Doctor Misbehavior: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के तीसा उपमंडल में स्थित सिविल अस्पताल से एक शर्मनाक घटना का खुलासा हुआ है। यहां एक महिला ने अस्पताल के डॉक्टर पर अपनी दो साल की बेटी दुर्व्यवहार का गंभीर इल्जाम लगाया है। बच्ची को यूरिनरी इंफेक्शन की वजह से दर्द हो रहा था, लेकिन डॉक्टर की लापरवाही और रूखे बर्ताव ने पूरे मामले को तूल दे दिया।
महिला के मुताबिक, सोमवार की देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे वह अपनी बेटी को दिखाने अस्पताल पहुंची। वहां सिर्फ एक नर्स ही ड्यूटी पर थीं। नर्स ने डॉक्टर को फोन किया, लेकिन डॉक्टर ने खुद आकर मरीज को देखने की बजाय टेलीफोन पर ही दवाओं का प्रिस्क्रिप्शन लिखना शुरू कर दिया।
जब महिला ने साफ कहा कि बिना जांच के दवा नहीं लेंगी और डॉक्टर को व्यक्तिगत रूप से आना होगा, तो डॉक्टर ने कथित तौर पर बच्ची के संदर्भ में ही अपशब्दों का सहारा ले लिया। इस अपमानजनक व्यवहार से आहत होकर महिला ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती शेयर की, जो तेजी से वायरल हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक डॉ. हंसराज ने फौरन सिविल अस्पताल तीसा का दौरा किया। उन्होंने डॉक्टर को जमकर लताड़ लगाई और अस्पताल प्रबंधन को सख्त हिदायत दी कि इसकी गहराई से पड़ताल हो। विधायक के हस्तक्षेप ने मामले को आधिकारिक स्तर पर पहुंचा दिया, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चंबा के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमओ) डॉ. बिपिन ठाकुर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए एक तीन सदस्यीय जांच पैनल बनाया है। इस टीम में एक ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर और दो अन्य चिकित्सक शामिल हैं, जो तीसा अस्पताल से बाहर के हैं ताकि जांच निष्पक्ष रहे।
सीएमओ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि टीम को घटना के हर पहलू की छानबीन करनी है, महिला के आरोपों की सत्यता जांचनी है और तीन दिनों में विस्तृत रिपोर्ट जमा करनी है। रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर के खिलाफ विभागीय नियमों के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे।












