Aaj Ki Taaja Khabren: आज यानि 29 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश दर्ज की गई। वहीं, बीती रात मंडी क्षेत्र में एक बार फिर से फ्लैश फ्लड (अचानक आई बाढ़) की घटना सामने आई, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। इसके अलावा, शिमला में बागवानों द्वारा आज जोरदार प्रदर्शन किया गया। उनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात की और स्थिति की गंभीरता को समझते हुए कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इन सभी घटनाओं के साथ-साथ, प्रदेश से जुड़ी अन्य अहम खबरों पर भी डालते हैं एक नजर।
आज की ताजा खबरें (Aaj Ki Taaja Khabren)
हिमाचल में आपदा का कहर: 1523 करोड़ का नुकसान, 164 की मौत, केंद्र से मदद की आस
हिमाचल प्रदेश में आपदा से हुए नुकसान का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। सोमवार शाम तक प्रदेश को कुल 1523 करोड़ 11 लाख रुपये का नुकसान पहुंचने का आकलन किया गया है। आपदा में अब तक 164 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 269 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा 35 लोग अब भी लापता हैं।
प्राकृतिक आपदा का प्रभाव प्रदेश के कई विभागों पर पड़ा है, जिनमें कृषि, बागवानी, लोक निर्माण, जल शक्ति, विद्युत, स्वास्थ्य, शिक्षा और पंचायती राज विभाग शामिल हैं। प्रदेशभर में सोमवार को भी 200 सड़कें बाधित रहीं। बिजली के 62 ट्रांसफॉर्मर ठप पड़े हैं और 110 पेयजल योजनाएं पूरी तरह से प्रभावित हैं। ज़िलों की बात करें तो चंबा में 13, कांगड़ा में 11, कुल्लू में 46, लाहुल-स्पीति में 1, मंडी में 121, शिमला में 2, सिरमौर में 2 और ऊना में 4 सड़कों पर यातायात अब भी बहाल नहीं हो सका है।
लोक निर्माण विभाग की टीमें लगातार सड़कों की बहाली के कार्य में जुटी हैं। हालांकि लगातार बारिश की वजह से हर दिन किसी न किसी स्थान से सड़कों के बाधित होने की खबरें सामने आ रही हैं। वहीँ राज्य को केंद्र सरकार से मदद की जरूरत है, लेकिन अब तक केंद्र की ओर से कोई बड़े स्तर की विशेष राहत नहीं मिल सकी है।
अन्य खबरें
1. ऊना में अजगर ने कुतिया को बनाया शिकार, ग्रामीणों में दहशत
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के विकास खंड बंगाणा की उप तहसील जोल की ग्राम पंचायत कठोह के गांव धरूं में मंगलवार सुबह एक भयावह घटना ने ग्रामीणों को दहशत में डाल दिया। सुबह करीब 5:00 बजे एक विशालकाय अजगर ने संध्या देवी के घर के बरामदे में बैठी एक कुतिया को अपना शिकार बना लिया। संध्या देवी अपने पोते योगेश के साथ बरामदे में सो रही थीं, जब अचानक अजगर ने कुतिया पर हमला कर उसे अपनी जकड़ में ले लिया। शोर सुनकर संध्या की नींद टूटी और उन्होंने देखा कि अजगर कुतिया को निगल रहा था। उन्होंने तुरंत पड़ोसियों को बुलाया, लेकिन जब तक लोग मौके पर पहुंचे, अजगर कुतिया को पूरी तरह निगल चुका था।
स्थानीय वार्ड पंच मीना कुमारी ने तत्काल बीट वन रक्षक को सूचना दी, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने सतर्कता से अजगर को पकड़कर जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है, और ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में वन्यजीवों की निगरानी बढ़ाने की मांग की है। जिला वन अधिकारी (डीएफओ) सुशील राणा ने बताया कि अजगर संभवतः जंगल से भोजन की तलाश में गांव में आया होगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि किसी भी वन्यजीव को देखकर घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत वन विभाग को सूचित करें। ग्रामीणों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नियमित गश्त और जागरूकता अभियान चलाए जाएं।
2. हिमाचल के सरकारी स्कूलों में स्थानीय भाषा को मिलेगा बढ़ावा
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब हर महीने के अंतिम शनिवार को ‘बैग फ्री डे’ के दौरान शिक्षक विद्यार्थियों के साथ आधा घंटा स्थानीय भाषा में संवाद करेंगे। स्कूल शिक्षा निदेशक की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस दिन विद्यार्थी बिना बैग के स्कूल आएंगे और पढ़ाई के बजाय विभिन्न गतिविधियां जैसे प्रार्थना सभा, खेल, पेंटिंग, सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद और स्वच्छता अभियान में हिस्सा लेंगे। इस नई पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्थानीय भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देना है।
हिमाचल में हर जिले की अपनी अलग बोली है, जैसे शिमला में पहाड़ी, ऊना, नालागढ़ और बद्दी में पंजाबी, चंबा में चंबयाली और डोगरी, कांगड़ा में कांगड़ी, किन्नौर में किन्नौरी, मंडी में मंडयाली, सिरमौर में सिरमौरी, कुल्लू में कुल्लवी और लाहुल-स्पीति में स्थानीय भाषाएं। इस पहल से विद्यार्थी अपनी सांस्कृतिक विरासत और भाषा से जुड़ेंगे। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इसे सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि इस नियम की अनुपालना सुनिश्चित करें। बैग फ्री डे पर बच्चों को अपनी बोली में कहानियां, लोकगीत और स्थानीय परंपराओं के बारे में बताया जाएगा, ताकि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें।
3. मंडी आपदा पर जयराम ठाकुर की पीएम से मुलाकात, विक्रमादित्य का पलटवार
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर मंडी जिले के सिराज क्षेत्र में हालिया प्राकृतिक आपदाओं से हुए भारी नुकसान की जानकारी दी। उन्होंने क्षेत्र-विशिष्ट अनुदान (एरिया स्पेसिफिक ग्रांट) की मांग की, ताकि प्रभावितों को राहत मिल सके। हालांकि, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस मांग को गलत ठहराते हुए कहा कि जयराम ठाकुर केवल सिराज के नहीं, बल्कि पूरे हिमाचल के नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्होंने कहा कि मंडी में बादल फटने और भूस्खलन से भारी जान-माल का नुकसान हुआ है, और सरकार प्रभावितों को बसाने के लिए दिन-रात काम कर रही है।
विक्रमादित्य ने कहा कि पीएम से मुलाकात स्वागत योग्य है, लेकिन राहत के लिए क्षेत्र-विशिष्ट मांग ठीक नहीं। उन्होंने जोर दिया कि सरकार पूरे प्रदेश के लिए राहत कार्य कर रही है। मंडी में हाल की आपदाओं ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है, और सड़कें, मकान और फसलें तबाह हो गई हैं। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए हैं और पुनर्वास के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं।
4. हिमाचल के किसानों का इंतजार, गेहूं बीज का भुगतान अटका
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, सोलन, ऊना और कांगड़ा जिले के करीब 2500 किसानों को अप्रैल-मई में सरकार द्वारा खरीदे गए 87 हजार क्विंटल गेहूं बीज का भुगतान तीन महीने बाद भी नहीं मिला है। सरकार ने 3200 और 3400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा था, जिसका कुल मूल्य 29 करोड़ रुपये है। इसमें से केवल 700 किसानों को 10 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ, जबकि 1800 किसानों के 19 करोड़ रुपये बकाया हैं। सिरमौर में 423 किसानों से 13500 क्विंटल गेहूं खरीदा गया, जिसमें से 315 किसानों को 3.12 करोड़ रुपये का भुगतान अभी तक नहीं हुआ।
किसान अब कृषि विभाग के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। पांवटा साहिब में मंगलवार को दर्जनों किसानों ने विधायक सुखराम चौधरी के नेतृत्व में एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को ज्ञापन सौंपा, जिसमें जल्द भुगतान की मांग की गई। कृषि निदेशक डॉ. रविंद्र सिंह ने बताया कि बजट की कमी के कारण देरी हुई है, लेकिन सरकार से अतिरिक्त राशि मांगी गई है और जल्द भुगतान किया जाएगा।
5. बिजली बोर्ड के डायरेक्टर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड एंप्लायज यूनियन ने बोर्ड के एक डायरेक्टर पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। यूनियन अध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने हमीरपुर में प्रेस वार्ता में कहा कि उक्त डायरेक्टर वर्षों से बोर्ड के रेस्ट हाउस को निजी निवास की तरह इस्तेमाल कर रहा है और वेतन के साथ-साथ हाउस रेंट भी ले रहा है। इसके अलावा, रेस्ट हाउस में लाखों रुपये का महंगा फर्नीचर खरीदा गया, जो सरकारी धन की बर्बादी है।
यूनियन ने आरोप लगाया कि क्लास-वन अधिकारियों की बिजली सब्सिडी बंद होने के बावजूद यह डायरेक्टर इसका लाभ ले रहा है। यूनियन ने डायरेक्टर को तुरंत निलंबित करने और खर्च की वसूली की मांग की है। इसके अलावा, बोर्ड में आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए नीति की कमी, छोटे ठेकेदारों के तीन साल से बकाया भुगतान और पक्षपातपूर्ण कार्यप्रणाली की भी शिकायत की गई। यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।
6. मंडी में आपदा से 1500 करोड़ का नुकसान, जयराम ने सरकार को घेरा
मंडी जिले में एक महीने के भीतर बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने 1500 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान किया और 50 लोगों की जान ली। मंडी शहर के जेल रोड में मंगलवार रात बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई, एक व्यक्ति की टांगें टूटीं और 50 से अधिक गाड़ियां मलबे में दब गईं। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर सरकार पर आपदा प्रबंधन में नाकामी का आरोप लगाया।
उन्होंने थुनाग में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के खिलाफ प्रदर्शन पर 62 लोगों के खिलाफ एफआईआर को दोहरा मापदंड बताया। जयराम ने कहा कि पुलिस ने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसका वीडियो मौजूद है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयानों पर भी एफआईआर की मांग की और मुख्यमंत्री को वीडियो भेजा। जयराम ने कहा कि यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि पीड़ितों की मदद का है।
7. राज्यपाल ने पीएम से की मुलाकात, नशा मुक्त हिमाचल पर जोर
हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने मंडी में बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान, विकास योजनाओं और नशा मुक्त हिमाचल अभियान की प्रगति पर चर्चा की। राज्यपाल ने बताया कि मानसून ने कई परिवारों को बेघर किया और फसलों को नुकसान पहुंचा। पीएम ने केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
नशा मुक्त हिमाचल अभियान को पंचायत स्तर तक ले जाया जा रहा है। राज्यपाल ने वाराणसी में हुए ‘विकसित भारत के लिए नशा मुक्त युवा’ सम्मेलन और ‘काशी घोषणा पत्र’ का जिक्र किया, जो नशे को जन स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण की चुनौती मानता है। उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज 2047 तक नशा मुक्त समाज के लिए मार्गदर्शक बनेगा।
8. हिमाचल में चार नए बस अड्डों को मंजूरी, आधुनिक सुविधाएं होंगी
शिमला में मंगलवार को बस अड्डा मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में फतेहपुर, बद्दी, भोटा और सुजानपुर में नए बस अड्डों के निर्माण को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। ये अड्डे प्रतिक्षालय, सामान कक्ष, पार्किंग, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और चार्जिंग स्टेशन जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। एचआरटीसी 250 डीजल बसें और 100 टेंपो ट्रैवलर खरीदने की योजना बना रहा है।
निगम कैशबैक पॉलिसी शुरू करेगा, जिससे ऑनलाइन भुगतान करने वाले यात्रियों को लाभ मिलेगा, खासकर लंबी दूरी की बसों में। जंजैहली और दाड़लाघाट के बस अड्डों का उद्घाटन भी जल्द होगा। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बैठक की अध्यक्षता करेंगे। निगम ने ढाबा संचालकों के लिए नई नीति और कर्मचारियों के लिए लीव इनकैशमेंट जैसे प्रस्ताव भी तैयार किए हैं।
9. जवाली में वन विभाग की नाकाबंदी तोड़कर भागा कार चालक, रैहन में दबोचा
हिमाचल प्रदेश के फतेहपुर उपमंडल जवाली के तहत समलाना में सोमवार देर रात वन विभाग ने अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए नाकाबंदी की थी। इस दौरान एक सेंट्रो कार चालक ने नाका तोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन वन विभाग की सतर्क टीम ने रैहन के समीप उसे पकड़ लिया। कार की तलाशी लेने पर उसमें खैर के छिलके पाए गए, जिससे संदेह है कि चालक ने खैर बेचकर कहीं से लौट रहा था। इस घटना के दौरान कार ने रैहन में तीन-चार अन्य वाहनों को टक्कर मारी, जिससे उन वाहनों को काफी नुकसान हुआ।
वन विभाग ने चालक अमित कुमार, निवासी ढसोली, को पकड़कर मुचलके पर रिहा कर दिया और कार को अपने कब्जे में ले लिया। रेंज ऑफिसर (आरओ) जवाली आशीष कुमार ने बताया कि कार की नंबर प्लेट पर दर्ज नंबर किसी अन्य वाहन का प्रतीत होता है, जिसकी जांच की जा रही है। वन विभाग ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसे जल्द डीएफओ नूरपुर की अदालत में पेश किया जाएगा। विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि ऐसी गतिविधियों की सूचना तुरंत दें ताकि अवैध कटाई और तस्करी पर रोक लग सके। इस घटना ने क्षेत्र में वन संरक्षण और निगरानी की जरूरत को फिर से उजागर किया है।
10. टीजीटी भर्ती: 937 पदों के लिए 31 जुलाई अंतिम तारीख, 65,189 आवेदन प्राप्त
हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग (एचपीएसएससी) द्वारा ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) के 937 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अभ्यर्थी 31 जुलाई 2025 तक रात 11:59 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अब तक 65,189 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें टीजीटी नॉन-मेडिकल के लिए 14,087, टीजीटी आर्ट्स के लिए 38,629 और टीजीटी मेडिकल के लिए 11,937 आवेदन शामिल हैं। आयोग इन वर्गों में क्रमशः 343, 437 और 169 पद भरने जा रहा है।
प्राकृतिक आपदा और भारी बारिश के कारण आवेदन की अंतिम तिथि को दो बार बढ़ाया गया—पहले 3 जुलाई से 17 जुलाई, फिर 31 जुलाई तक। पूरी भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिसमें आवेदन से लेकर कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) तक शामिल हैं। आयोग के पोर्टल पर वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) की संख्या 1,00,561 को पार कर गई है, जो आवेदन के लिए अनिवार्य है। सचिव डॉ. विक्रम महाजन ने बताया कि प्रक्रिया पारदर्शी और तेजी से पूरी की जाएगी। अभ्यर्थियों से सटीक जानकारी के साथ आवेदन करने की अपील की गई है ताकि भर्ती प्रक्रिया में देरी न हो।
11. भाखड़ा बांध में जलस्तर तेजी से बढ़ा, खतरे के निशान की आशंका
हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में लगातार बारिश के कारण गोबिंद सागर झील में भाखड़ा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बीते कुछ दिनों में जलस्तर तीन फीट बढ़कर 1617.50 फीट तक पहुंच गया है। सोमवार को झील में पानी की आमद 45,857 क्यूसेक दर्ज की गई। बिजली उत्पादन के लिए टरबाइन से 25,384 क्यूसेक, नंगल हाइडल नहर में 12,500 क्यूसेक, श्री आनंदपुर साहिब हाइडल नहर में 10,150 क्यूसेक और सतलुज नदी में 2,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पिछले साल इसी समय जलस्तर 1605.70 फीट था, जो अब 12 फीट अधिक है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि बारिश की रफ्तार ऐसी ही रही तो जलस्तर खतरे के निशान 1680 फीट तक पहुंच सकता है। भाखड़ा बांध का भराई सीजन 15 सितंबर तक चलता है, और अधिकतम जलस्तर 1685 फीट तक रखा जा सकता है। अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है और बांध प्रबंधन स्थिति पर नजर रखे हुए है। यह स्थिति बांध की बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकती है, लेकिन साथ ही बाढ़ के खतरे को भी जन्म दे रही है।
12. ऊना में दिनदहाड़े हत्या: गग्गी जट्ट की गोली मारकर हत्या, गैंगवार की आशंका
हिमाचल के ऊना जिले के बसाल ख्वाजा क्षेत्र में रविवार दोपहर राकेश कुमार उर्फ गग्गी जट्ट की गोली मारकर हत्या ने सनसनी मचा दी। पुलिस ने छह संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। सीसीटीवी फुटेज में हरोली से बढेड़ा गांव तक बाइक पर सवार संदिग्ध नजर आए। एएसपी सुरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में तीन जांच टीमें गठित की गई हैं, जिनमें दो टीमें पंजाब और हरियाणा भेजी गई हैं। एक टीम ने कंडाघाट जेल में बंद एक कैदी से पूछताछ की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला।
गग्गी के खिलाफ शराब तस्करी, मारपीट और धमकाने के छह से अधिक मामले दर्ज थे। पुलिस पुराने मामलों और गग्गी के संपर्कों की जांच कर रही है। एक शराब कारोबारी के सहायक को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सोशल मीडिया पर गैंगस्टर लाडी कूनर और वेंकट गर्ग ने हत्या की जिम्मेदारी ली, जबकि बब्बी राणा और बिचित्र गैंग ने बदले की धमकी दी। इन पोस्ट्स ने गैंगवार की आशंका को बढ़ा दिया। एएसपी शर्मा ने कहा कि फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए गए हैं और जल्द ही हत्यारे सलाखों के पीछे होंगे।
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