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Himachal Assembly Monsoon Session: मानसून सत्र का हंगामेदार होने की उम्मीद! सरकार को घेरने की विपक्ष की पूरी तैयारी

Himachal Assembly Monsoon Session Update:

Himachal Assembly Monsoon Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 27 अगस्त से शुरू होने वाला है और यह सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है। विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है, वहीं सत्ता पक्ष भी विपक्ष के तेवरों का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

इससे पहले बजट सत्र 28 फरवरी को खत्म हो गया था। नियमों के मुताबिक, सत्र छह महीने के अंतराल में करवाना जरूरी होता है। ऐसे में इस सत्र की शुरुआत 27 अगस्त से होने जा रही है।

Himachal Assembly Monsoon Session में विधायकों ने ऑनलाइन पूछे प्रश्न

वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश विधानसभा में ई-विधान प्रणाली लागू होने के बावजूद, इस बार पहली बार विधायकों ने सभी 842 प्रश्न ऑनलाइन पूछे हैं। इसमें 601 तारांकित प्रश्न हैं, जिन पर प्रश्नकाल के दौरान चर्चा होगी, और 241 अतारांकित प्रश्न हैं, जिनके केवल लिखित उत्तर दिए जाएंगे। यह बदलाव विधानसभा की कार्यप्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है।

27 अगस्त से 9 सितंबर तक चलेगा Himachal Assembly Monsoon Session

मानसून सत्र 27 अगस्त से 9 सितंबर तक चलेगा, जिसमें कुल 10 बैठकें आयोजित की जाएंगी। सत्र का शुभारंभ 27 अगस्त को सुबह 11:00 बजे विधानसभा के पूर्व सदस्यों टेकचंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलत राम चौधरी के निधन पर शोकसभा के साथ होगा। सत्र के दौरान दो दिन गैर-सरकारी दिन होंगे, जिनमें विधायक अपने मुद्दों को नियम 101 के तहत चर्चा के लिए उठाएंगे।

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बजट सत्र में छह बागी विधायकों का निष्कासन

हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के छह बागी विधायकों का निष्कासन हुआ था। इस दौरान तीन निर्दलीय विधायकों ने त्यागपत्र दिया, और प्रदेश में दो उपचुनाव हुए। मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर सहित नौ नए विधायकों के चुने जाने के बाद यह पहला सत्र है। वर्तमान विधानसभा में कांग्रेस के 40 और भाजपा के 28 विधायक हैं। मानसून सत्र के दौरान विधायकों की बैठने की व्यवस्था भी बदली जाएगी।

बल्क ड्रग पार्क और नौकरियों पर होगी चर्चा

सत्र के दौरान बल्क ड्रग पार्क और नौकरियों को लेकर तीखी बहस होने की उम्मीद है। कांग्रेस के दो बागी विधायकों द्वारा भाजपा में शामिल होने के बाद, भाजपा विधायक के रूप में पहली बार सदन में आ रहे हैं। कर्मचारियों के डीए और वित्तीय लाभ को लेकर अफसरों और सरकार पर भी आरोप लगने की संभावना है।

इसके अलावा, विधानसभा में पूछे गए प्रश्नों में कई मुद्दों पर चर्चा होगी जैसे कि आपदा प्रबंधन, आउटसोर्सिंग नौकरियों, बिजली और पानी की छूट, और पुलिस कर्मचारियों के बस यात्रा लाभ।

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सरकार की तैयारी और विपक्ष की आलोचना

सरकार ने सत्र के लिए पूरी तैयारी की है और पूछे गए प्रश्नों के जवाब देने का दावा किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार कठिन वित्तीय संकट के बावजूद विकास को गति देने और वादों को पूरा करने के लिए काम कर रही है। कांग्रेस की ओर से कर्मचारियों को ओपीएस देने और अन्य वित्तीय लाभ देने के वादे पूरे किए जा रहे हैं।

वहीं, नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार अपने वादों से मुकर रही है और कर्मचारियों को वित्तीय लाभ नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल के कार्यकाल में स्थिति खराब हो गई है और जनता की आवाज को सदन के भीतर और बाहर उठाया जाएगा।

Monsoon Session के लिए सोमवार को दलीय बैठक

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने 26 अगस्त को दलीय बैठक बुलाई है, जिसमें संसदीय कार्य मंत्री हर्ष बर्धन चौहान, नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, सरकारी उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया और सदस्य सुखराम चौधरी व विनोद कुमार शामिल होंगे। इस बैठक में सत्र के सुचारू संचालन और रचनात्मक सहयोग पर चर्चा होगी।

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500 से ज्यादा पुलिस जवान सुरक्षा में तैनात

मानसून सत्र (Himachal Assembly Monsoon Session) के दौरान विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होगी. शिमला जिला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बैठक में बताया कि 500 से ज्यादा पुलिस जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे. इसके अलावा 60 होमगार्ड के जवान भी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।

सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के सख्त निर्देश जारी 

मानसून सत्र के दौरान अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। पूर्व में बजट सत्र के दौरान हिमाचल प्रदेश विधानसभा के परिसर में सुरक्षा की कमी पाई गई थी। इसका हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कड़ा संज्ञान भी लिया था।

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