हमीरपुर |
Himachal News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात छोड़कर वाराणसी से चुनाव लड़ सकते हैं तो पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा (Anand Sharma) कांगड़ा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में क्यों नहीं उतर सकते यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू ने नादौन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। बता दें कि कई बार राज्यसभा चुनाव में हाथ आजमाने वाले आनंद शर्मा का यह पहला लोकसभा चुनाव होगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू ने कहा कि आनंद शर्मा तो हिमाचल प्रदेश में शिमला के ही रहने वाले हैं और पूरा राज्य उनका घर है। सुखविंदर सिंह ने कहा कि बड़ी खुशी की बात है, आनंद शर्मा को कांगड़ा से टिकट मिली है। वह अच्छे वक्ता हैं, उनकी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अच्छी पकड़ व समझ है। वह राष्ट्रीय स्तर पर जाने-पहचाने चेहरे हैं। संसद में उनकी आवाज गूंजने पर हिमाचल को लाभ होगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू में कहा कि आनंद शर्मा ने पूर्व यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहते कांगड़ा के लिए बड़े प्रोजेक्ट व कार्यालय लाए हैं। कांगड़ा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, इंदौरा में डेढ़ सौ करोड़ रुपए की लागत का इंडस्ट्रियल पार्क, चाय बागवानों के लिए नेशनल टी बोर्ड का रीजनल सेंटर आनंद शर्मा ने खुलवाया है।
बता दें कि कांग्रेस ने कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र ( Kangra Lok Sabha ) से पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा को चुनाव मैदान में उतरा है। भाजपा का अजेय दुर्ग बनते जा रहे कांगड़ा को भेदने के लिए कांग्रेस ने अपने बड़े नेता आनंद शर्मा को रण में उतार एक नया प्रयोग किया है। कांग्रेस ने यहां पर पिछला चुनाव वर्ष 2004 में जीता था, जिसके बाद लगातार तीन बार हारती रही। ऐसे में कांग्रेस द्वारा आनंद शर्मा को उम्मीदवार बनाए जाने पर भाजपा ने उन पर बाहरी होने का आरोप लगना शुरू कर दिया है।
कौन है आनंद शर्मा
आनंद शर्मा का जन्म 5 जनवरी 1953 को पिए शर्मा और प्रभारानी शर्मा के यहां हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुआ। उन्होंने शिमला में स्थित आरकेएमवी कॉलेज से विधि में स्नातक की डिग्री हासिल की है। आनंद शर्मा छात्र राजनीति के दौर से ही कांग्रेस के NSUI के संस्थापक सदस्य थे। आनंद शर्मा अपने पांच दशकों के सक्रिय राजनीतिक करियर के दौरान वर्ष 1984, 1994, 2010 और 2016 में राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। आनंद शर्मा ने साल 2009 से 2014 तक केंद्रीय वाणिज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। इसके अलावा उन्होंने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली थी. वह संसद की विभिन्न स्थायी समितियों के अध्यक्ष और सदस्य भी रहे हैं।
आनंद शर्मा का कसौली से भी है गहरा जुडाव
आनंद शर्मा का कसौली से से भी गहरा जुडाव है। इनके दादा यहाँ पर स्थित मोहन मेकन कंपनी में काम करते थे। यही इनकी दादी की समाधि भी बनी हुई है। आनंद शर्मा जब भी कसौली आतें हैं तो अपनी दादी की समाधि पर श्रधा सुमन अर्पित करने जरुर जातें है।












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