Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

Himachal: धूमल बोले, हो गई जल्दबाजी, राज्य में अपने आप गिर सकती थी सुक्खू सरकार

Himachal: धूमल बोले, हो गई जल्दबाजी, राज्य में अपने आप गिर सकती थी सुक्खू सरकार

Himachal News: हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज बीजेपी नेता प्रेम कुमार धूमल ने प्रदेश की सुक्खू सरकार को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, कांग्रेस विधायकों में असंतोष, नाराजगी के चलते सुक्खू सरकार अपने आप ही गिर सकती थी, बीजेपी ने जल्दबाजी में काम किया। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में पूर्व सीएम धूमल ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली यह कांग्रेस सरकार फरवरी में राज्यसभा चुनाव के बाद अपने आप गिर सकती थी। मुझे लगता है कि हमारी पार्टी ने जल्दबाजी में काम किया। धूमल ने कहा कि सुक्खू के पास बहुमत है लेकिन कांग्रेस विधायकों में असंतोष, नाराजगी और नाराजगी अभी भी बहुत है। मैं व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करूंगा लेकिन सुक्खू के लिए यह सब सहना एक चुनौती जरूर होगी।

इसे भी पढ़ें:  एनडीआरएफ के तहत हिमाचल को केन्द्र से 200 करोड़ रुपये की अन्तरिम सहायता राशि जारी

धूमल के अनुसार विधानसभा में पूर्ण बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस के भीतर असंतोष है। यह राज्य सरकार के लिए चुनौती बनेगी धूमल ने राज्य में जून माह में हुए छह उपचुनाव थे और बीते दिन हुए तीन अन्य चुनाव को लेकर कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में बार-बार उपचुनाव होना, जिसकी अपनी चुनौतियां हैं, ठीक नहीं है।

इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में धूमल ने कहा है कि उन्हें नहीं जानकारी नही थी कि भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस के बागियों को भाजपा में शामिल करने जा रही है। धूमल ने कहा कि समय के साथ पार्टियां बदलती हैं और नेतृत्व भी बदलता है। ऐसे में नेताओं के काम करने का तरीका भी बदल जाता है। बीजेपी ने कांग्रेस से बगावत करने वाले छह विधायकों को पार्टी में शामिल किया था। विधानसभा सभा चुनावों में पार्टी ने सभी को टिकट भी दिया था, हालांकि इनमें से दो ही जीत पाए थे। वहीँ तीन उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि हिमाचल में तीन सीटों के लिए वोट डाले गए हैं। इनके नतीजे अब 13 जुलाई को आएंगे।

इसे भी पढ़ें:  कांग्रेस का बड़ा ऐलान: सरकार बनने पर दस दिन में OPS, महिलाओं को 1500 रु. मासिक भत्ता,300 यूनिट बिजली फ्री
संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Comments are closed.