120 Bahadur Official Trailer: बॉलीवुड के मल्टीटैलेंटेड स्टार फरहान अख्तर की आने वाली फिल्म ‘120 बहादुर’ का ट्रेलर रिलीज होते ही धूम मचा रहा है। इस भव्य वार ड्रामा का ट्रेलर देख भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा भी खुद को प्रशंसा करने से रोक नहीं पाए। रोहित ने सोशल मीडिया पर फिल्म का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, “ऐसी कहानियां हमें असली बहादुरी का मतलब समझाती हैं। आपको और पूरी टीम को इस प्रेरणादायक फिल्म के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं @faroutakhtar।”
रजनीश ‘राजी’ घई के निर्देशन में बनी यह फिल्म 1962 के भारत-चीन युद्ध में रेजांग ला की जंग में शहादत देने वाले 120 बहादुर सैनिकों को सलाम करती है। ट्रेलर में भव्य विजुअल्स, जोरदार बैकग्राउंड स्कोर और देशभक्ति से भरपूर भावनात्मक दृश्यों ने दर्शकों का दिल जीत लिया है। ट्रेलर सिर्फ एक झलक नहीं, बल्कि भारतीय सेना के उन वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने 3000 दुश्मनों के सामने डटकर मुकाबला किया और देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।
फिल्म में फरहान अख्तर के साथ राशि खन्ना, स्पर्श वालिया, विवान भटेना, धनवीर सिंह, दिग्विजय प्रताप, साहिब वर्मा, अंकित सिवाच, देवेंद्र अहिरवार, आशुतोष शुक्ला, बृजेश करनवाल, अतुल सिंह जैसे कलाकारों का मजबूत Ensemble Cast है। वहीं अजिंक्य देव और एजाज खान जैसे सीनियर एक्टर्स भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे। हर किरदार में गहराई, यथार्थ और भावनाओं का ऐसा मेल है जो दर्शकों को सीधे दिल तक छू लेगा।
फरहान अख्तर ने खुद रेजांग ला के युद्ध नायकों से मुलाकात कर उन्हें सम्मान दिया था। फिल्म की कहानी और प्रस्तुति में उस सच्ची घटना की आत्मा को बखूबी उतारा गया है। 21 नवंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली ‘120 बहादुर’ देशभक्ति, बलिदान और अटूट हौसले की एक यादगार मिसाल बनने जा रही है। ट्रेलर देखकर साफ है कि यह फिल्म हर भारतीय को गर्व से भर देगी।
पूरी तरह सच्ची घटना पर आधारित है ‘120 बहादुर’ की कहानी
उल्लेखनीय है कि फिल्म ‘120 बहादुर’ यह फिल्म 1962 के भारत-चीन युद्ध में लड़ी गई रेजांग ला की ऐतिहासिक लड़ाई पर पूरी तरह आधारित है। 18 नवंबर 1962 को लद्दाख के चुशुल सेक्टर में 18,000 फीट की ऊंचाई पर हुई इस लड़ाई को भारतीय सेना के इतिहास की सबसे वीरतापूर्ण मिसाल माना जाता है।
रेजांग ला दर्रे पर 13 कुमाऊं रेजिमेंट की चार्ली कंपनी के मात्र 120 सैनिक तैनात थे, जिनका नेतृत्व मेजर शैतान सिंह भाटी कर रहे थे। ये जवान ज्यादातर हरियाणा के अहीर समुदाय से थे। सामने थी चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की भारी भरकम टुकड़ी—भारतीय स्रोतों के मुताबिक 3000 से 5000 सैनिक, जो आधुनिक हथियारों और तोपखाने से लैस थे। माइनस 40 डिग्री तापमान में, बिना आर्टिलरी सपोर्ट के भारतीय जवानों ने डटकर मुकाबला किया। चीनी सेना ने कई लहरों में हमले किए, लेकिन हमारे सैनिकों ने आखिरी गोली और आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ी।
लड़ाई के अंत तक 120 में से 114 जवान शहीद हो गए, सिर्फ 6 बचे। लेकिन भारतीय जवानों ने चीनी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया—भारतीय अनुमान के अनुसार 1300 से ज्यादा चीनी सैनिक मारे गए। जब महीनों बाद बर्फ पिघली तो शव मिले—भारतीय जवानों के हाथों में बंदूकें जमी हुईं थीं, वे लड़ते-लड़ते शहीद हुए थे। चीनी सैनिकों ने भी उनकी वीरता को सलाम किया और शवों पर कंबल डालकर सम्मान दिया। मेजर शैतान सिंह को मरणोपरांत परमवीर चक्र मिला, जबकि कंपनी को कई वीर चक्र और सेना मेडल से नवाजा गया। इस लड़ाई ने चुशुल एयरस्ट्रिप को बचाया और लद्दाख पर चीनी कब्जे को रोका।
फिल्म में फरहान अख्तर मेजर शैतान सिंह की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि राशि खन्ना उनकी पत्नी का किरदार हैं। निर्देशक रजनीश घई ने एक घायल बचे सैनिक की नजर से कहानी बुनी है। ट्रेलर में दिखाए गए दृश्य—बर्फीले पहाड़, जोरदार लड़ाई और देशभक्ति वास्तविक घटना से प्रेरित हैं।











