प्रजासत्ता ब्यूरो |
Weather Forecast: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में इस बार बर्फबारी का इंतजार दिनोदिन लंबा होता जा रहा है। जनवरी माह के भी 17 दिन बीत गए और यह अब तक ड्राई ही रहा, न बारिश हुई न पहाड़ों पर बर्फ गिरी। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में जनवरी माह में सूखे ने पिछले 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जनवरी माह में अब तक 100 फ़ीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इस बार सर्दियों में मौसम की मार और बर्फबारी न होने से पर्यटन सीजन में पर्यटकों की भारी कमी देखी जा रही है। वहीं बागवानों पर भी बर्फबारी न होने से फसलों को नुकसान की आशंका जताई जा रही है। मौसम की इस बेरुखी का नुकसान सबसे ज्यादा किसानों को होने वाला है। वह चाहे पहाड़ के किसान हों या मैदान के, नुकसान सबका तय है।
प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में तापमान भी सामान्य से 4 से 6 डिग्री तक ज्यादा चल रहा है। मौसम विभाग की माने तो ये सब ग्लोबल वार्मिंग के असर की वजह से हो रहा है। इससे पहले साल 2007 में ऐसा हुआ था जब जनवरी के महीने में माइनस 99% बारिश हुई थी. ठीक इसी तरह की स्थिति इस बार जनवरी में देखने को मिल रही है। ना बर्फबारी हो रही है और ना ही बारिश।
बारिश न होने से किसान हुए परेशान
हिमाचल प्रदेश में अगर आने वाले समय सही समय पर बर्फबारी और बारिश हुई तो इसका असर किसानों के फसलों पर भी पड़ सकता है। बर्फबारी ना होने की वजह से सेब के पौधों के लिए जो चिलिंग सॉर्स होते हैं वह पूरे नहीं हो पाएंगे और साथ ही प्राकृतिक स्रोत रिचार्ज नहीं हो पाएंगे। इसके अलावा फसलों के लिए सिंचाई का पानी नहीं मिल पाएगा। वहीं बिजली उत्पादन के लिए भी पानी की किल्लत देखने को मिल सकती है। जनवरी के महीने में बर्फबारी नहीं होने होने भारी संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
पर्यटक निराश, प्रभावित हो रहा पर्यटन कारोबार
हिमाचल में बर्फबारी न होने की सूचना से पर्यटकों ने अपनी यात्राएं रद्द कर दीं। जो पहुंच गए वे निराश हुए। जनवरी माह में राजधानी शिमला में बर्फबारी की उम्मीद ना के बराबर हो सकती है। ऐसे में जो पर्यटक शिमला बर्फबारी को देखने के लिए आ रहे हैं उन्हें निराशा ही होना पड़ेगा। अगर पहाड़ों में बर्फबारी या बारिश नहीं होगी तो कोहरे की समस्या से निजात नहीं मिल पाएगी। और इसका सीधा असर पर्यटन कारोबार पर देखने को मिलेगा। अगर जनवरी माह के शुरुआत में बर्फ गिरी होती तो निश्चित ही पर्यटकों का मेल होता और पहाड़ की स्थिति मजबूत होती।
Weather Forecast | हिमाचल प्रदेश में सूखे ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, आगे भी बारिश की उम्मीद नहीं है ऐसे में किसान मुश्किल में है। पर्यटक और किसान हिमाचल में बर्फ-बारिश को तरस रहे हैं। इसका नुकसान पर्यटन कारोबार के आलावा किसानों बागवानों की सेब, खुमानी, नाशपाती समेत अन्य फलों की खेती पर पड़ रहा है तो आलू, राजमा जैसी फसल भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहेगी।
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