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Solan: पट्टा-ताल पेयजल योजना बदहाल, दो हजार लोगों को उपलब्ध नहीं हो रहा पीने का पानी..!

Solan: पट्टा-ताल पेयजल योजना बदहाल, दो हजार लोगों उपलब्ध नहीं हो रहा पीने का पानी, ग्रामीणों ने उठाए सवाल..!

हेमेंद्र कंवर | कसौली
Solan: दून विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली उठाऊ पेयजल योजना, पट्टा-ताल, अपनी बदहाली पर आँसू बहाती नजर आ रही है। पिछले 6 दिनों से इस योजना से जुड़ी करीब दो हजार की आबादी को पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। पेयजल स्रोत में भरपूर पानी होने के बावजूद, जनता पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रही है।

स्थानीय ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर जल शक्ति विभाग के समक्ष कई बार अपनी पीड़ा जताई है, लेकिन समस्या कम होने के बजाय और विकराल रूप धारण कर चुकी है। ग्रामीणों को अब 5-6 किलोमीटर दूर से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शनिवार को स्थानीय ग्रामीण पट्टा स्थित जल शक्ति विभाग के कार्यालय पहुंचे और अपनी समस्याओं से अवगत कराया।

समाजसेवक राजकुमार शर्मा, पट्टा बड़िया के पूर्व प्रधान पवन गुप्ता, पूर्व उपप्रधान आशीष शर्मा, बिटूराणा, दिनेश, पम्मी ठाकुर, देवकरण, राकेश गुप्ता, नीलम और सुरेखा आदि ने बताया कि जल शक्ति विभाग की उठाऊ पेयजल योजना, पट्टा-ताल से धराडू, बगरोग, ताल, खड़ली निचला, संगेला, बस स्टैंड पट्टा, पट्टा अस्पताल, विकास खंड कार्यालय, स्कूल, पशु चिकित्सालय, बिजली कार्यालय सहित करीब दो हजार की आबादी को पानी की आपूर्ति होती है।

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ग्रामीणों ने बताया कि इस योजना में पहले 25 हॉर्स पावर की मोटर लगी हुई थी, जिसे अब 15 हॉर्स पावर की मोटर से बदल दिया गया है। यह मोटर अक्सर खराब रहती है, जिसके कारण पानी की आपूर्ति बाधित होती है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस योजना में 40 हॉर्स पावर की नई मोटर लगाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो लोग सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी विभाग की होगी।

ग्रामीणों ने विभाग पर यह भी आरोप लगाया कि मोटर के खराब होने पर उसे ठीक करने भेज दिया जाता है और तब तक पानी की आपूर्ति बंद रहती है, जब तक मोटर ठीक होकर वापस नहीं आ जाती। उन्होंने कहा कि पंप हाउस पर एक अतिरिक्त मोटर की व्यवस्था होनी चाहिए, जैसा कि दून के मैदानी क्षेत्रों में है। ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्र के लोगों की अनदेखी की जा रही है।

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ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि सरकार इस पेयजल योजना को ठीक से संचालित नहीं कर सकती, तो जनता चंदा इकट्ठा करके योजना को चलाएगी। ग्रामीणों ने विभाग से समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके।

इस बीच, जल शक्ति विभाग मंडल बद्दी के कार्यकारी अभियंता राहुल अबरोल ने बताया कि पट्टा-ताल पेयजल योजना में लगी मोटर के पंखे टूट गए थे, जिसके कारण पानी लिफ्ट नहीं हो पा रहा था। उन्होंने आश्वासन दिया कि आज शाम तक दूसरी मोटर लगाकर पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू कर दी जाएगी।

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