प्रजासत्ता ब्यूरो।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के अंतिम दिन प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर और भाजपा के बड़े नेताओं हमला बोला। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि आजादी के बाद किसने स्थिर सरकारें दीं और किसने ”विधायक खरीदकर” सरकारें गिराई हैं।
प्रियंका ने कहा कि भाजपा के बड़े नेताओं ने कहतें है कि कांग्रेस आपको स्थिर सरकार नहीं दे सकती। आजादी के बाद स्थिर सरकारें किसने दीं और किसने अस्थिरता फैलाई? पैसे से विधायकों को खरीदकर सरकारों को गिराने वाले कौन हैं?”
चुनावी सभा में प्रियंका ने लोगों से आह्वान किया कि सोच-समझकर वोट करें और किसी की बातों से गुमराह नहीं हों। प्रियंका ने कहा, ”मैं आपसे यह आग्रह करना चाहती हूं कि आप अपनी परिस्थितियों और अपने अनुभव के आधार पर वोट करिये।”
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के एक और बयान का हवाला देते हुए कहा, ”आपसे कहा जाता है कि दवाई बदलेंगे तो मरीज ठीक नहीं होगा। ऐसे लगता है कि हिमाचल प्रदेश बीमार है। यह सब फिजूल की बाते हैं। आप सब जानते हैं।”
उनका कहना था, ”इस मंच से आपसे कोई भी कुछ भी कह सकता है। आज की राजनीति में देख रहे हैं कि पैसे और झूठ का बोलबोला है। नेता कुछ भी वादा करते हैं। पांच साल बाद आपको पता चलता है कि कुछ नहीं हुआ है।”
उन्होंने कहा, ”आज हिमाचल प्रदेश पर 70 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। आज 15 लाख नौजवान बेरोजगार हैं। आज हिमाचल प्रदेश में 63 हजार पद खाली पड़े हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने नौकरी नहीं दी।”उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर मंत्रिमंडल की पहली बैठक में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बहाल करने का फैसला होगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राज्य में एक चुनावी सभा में कहा था कि कांग्रेस स्थिर सरकार नहीं दे सकती है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस यदि राज्य में सरकार बनाती है तो केवल विकास को बाधित ही करेगी।