प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में यमुना नदी में शव नजर आने के बाद लोगों में दहशत फैल गई और यह संदेह भी जताया गया कि यह कोविड-19 से जान गंवाने वालों की लाशें हैं। हालांकि, सोमवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया।
बिहार के बक्सर क्षेत्र में मां गंगा में तैरते मिले शवों की घटना दुर्भाग्यजनक है। यह निश्चित ही पड़ताल का विषय है।
मां गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। यह घटना अनापेक्षित है। संबंधित राज्य इस संदर्भ में तुरंत संज्ञान लें।@myogiadityanath @NitishKumar
— Gajendra Singh Shekhawat (मोदी का परिवार) (@gssjodhpur) May 11, 2021
वहीँ मामले को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने इस पर चिंता जताते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि राज्यों को ऐसी घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए इस बारे में पूरी जांच करानी चाहिए| शेखावत ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बिहार के बक्सर क्षेत्र में मां गंगा में तैरते मिले शवों की घटना दुर्भाग्यजनक है| यह निश्चित ही पड़ताल का विषय है| मां गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है| यह घटना अनापेक्षित है| संबंधित राज्य इस संदर्भ में तुरंत संज्ञान लें|’
गौरतलब है कि हाल ही में संदिग्ध कोरोना संक्रमितों का शव यूपी की सीमा से सटे बिहार के बक्सर जिले के चौसा के समीप नदी में सोमवार को बहता हुआ पाया गया| चौसा के प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार ने न्यूज एजेंसी भाषा को बताया कि स्थानीय चौकीदार द्वारा इस बारे में सूचित किए जाने पर हमने अब तक इनमें से 15 शव बरामद कर लिए हैं| मृतक में से कोई भी बक्सर जिला के निवासी नहीं हैं.|
उन्होंने कहा कि उस पार उत्तर प्रदेश के कई जिले नदी के किनारे स्थित हैं और हो सकता है कि वहां शवों को गंगा में बहा दिया गया जो हमें नहीं पता| उधर यूपी के हमीरपुर जिले में यमुना नदी में शव नजर आने के बाद लोगों में दहशत फैल गई और यह संदेह भी जताया गया कि यह कोविड-19 से जान गंवाने वालों की लाशें हैं| हालांकि, सोमवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया