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IND vs AUS 3rd Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच का पहला दिन ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा। मैच में टॉस जीतकर भारतीय टीम ने बल्लेबाजी का फैसला किया और एक बड़ा स्कोर रखने का सोचा लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया और टीम को 109 रनों पर ऑलआउट कर दिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से युवा गेंदबाज मेथ्यू कुहनेमैन ने सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए। वहीं पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद उन्होंने इसका श्रेय रवींद्र जडेजा को दिया और एक मजेदार किस्सा भी सुनाया।
जब कुहनेमैन ने जडेजा से मांगे थे टिप्स
भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा इन दिनों गेंद से कहर बरपा रहे हैं। वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं ऐसे में हर खिलाड़ी उनके जैसे गेंदबाजी करना चाहता है। ऐसी ही लालसा लेकर ऑस्ट्रेलिया के युवा गेंदबाज मेथ्यू कुहनेमैन भी दिल्ली टेस्ट के बाद रवींद्र जडेजा के पास गए थे। लेकिन तब जडेजा ने उनकी मदद नहीं की थी। इस किस्से की जिक्र उन्होंने इंदौर टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद किया। कुहनेमैन ने कहा कि ‘मैंने उनसे कहा, क्या आपके पास आखिरी टेस्ट के बाद मेरे लिए कोई टिप्स है? उन्होंने कहा ‘हां, सीरीज के अंत में।’ जडेजा के इस जवाब को सुनकर वे हैरान रह गए थे।
कुहनेमैन ने जडेजा को देखकर सीखी ये बात
भले ही जडेजा ने कोई टिप्स देने से इंकार कर दिया हो लेकिन कुहनेमैन ने सीखने की ललक नहीं रोकी और जडेजा के वीडियो देखकर अपने आप में सुधार लाया। उन्होंने मैच के पहले दिन के बाद कहा कि जिस तरह से वह अपनी क्रीज का उपयोग करता है, शायद वही सबसे बड़ी चीज है जिसे मैंने दिल्ली में सीखा। जब गेंद थोड़ी पुरानी हो जाती है तो वह अपनी लेंथ को थोड़ा खींच लेता है। शायद यही मुख्य चीज है जिसे मैंने दूसरे टेस्ट से सीखर इस टेस्ट में लाया। मैं फुल लेंथ गेंदबाजी नहीं करना चाहता खासकर उस विकेट पर जहां गेंद नीचे रहती है। मैं 5-6 मीटर के दायरे में निरंतर गेंदबाजी करने का प्रयास कर रहा था।’
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