प्रजासत्ता|
हिमाचल कांग्रेस चुनाव से पहले एकजुट होने के बड़े-बड़े दावे करते हो लेकिन पार्टी के अंदर गुटबाजी कहीं न कही देखने को मिल रही है। ताज़ा मामला जिला मंडी का है जहां हिमाचल यूथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपती ठाकुर और जिला मंडी महिला कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू चंदेल के बीच व्हट्स एप्प ग्रुप में पोस्ट डालने को लेकर विवाद हुआ और कार्यकारी अध्यक्ष ने जिला मंडी महिला कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू चंदेल को ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखा दिया|
हमारे पुख्ता सूत्रों के अनुसार जिला मंडी महिला कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू चंदेल ने ब्लॉक कांग्रेस धर्मपुर में हिमाचल कांग्रेस कमेटी के सचिव चंद्रशेखर के नेतृत्व में निकाली जा रही जन सत्याग्रह यात्रा की एक पोस्ट सरकाघाट कांग्रेस के ग्रुप शेयर की जिसके बाद यूथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपती ठाकुर के करीबी माने जाने वाले एक कार्यकर्त्ता ने कहा कि इस ग्रुप में सरकाघाट से जुड़े मुद्दों पर बात होनी चाहिए। इसके बाद कार्यकारी अध्यक्ष की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई। ग्रुप में इस मुद्दे पर काफ़ी बहस भी हुई और अंत में जिला मंडी महिला कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू चंदेल को ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
वहीँ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है की कार्यकारी अध्यक्ष को पोस्ट डालने से ज्यादा इस बात से आपति थी कि इस कार्यक्रम का नेतृत्व करने वाले हिमाचल कांग्रेस के सचिव चंद्रशेखर उनसे आगे न निकल जाएँ , जबकि कार्यकारी अध्यक्ष खुद वीरभद्र समर्थक गुट से हैं। ऐसे में उनके बीच क्षेत्रवाद की गुटबाजी जो कहीं न कहीं सबके सामने निकल कर सामने आ रही है।
वहीँ पोस्ट को लेकर जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रिंकू चंदेल को ग्रुप से बाहर करने के कदम से महिलाओं के प्रति इनकी निम्न मानसिकता का पता चलता है। अगर इस तरह के व्यक्ति को भविष्य में कोई पद मिलता है तो इनका महिलाओं के प्रति किस तरह से व्यवहार रहेगा वह जिला मंडी महिला कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू चंदेल को ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखाने की मानसिकता से साफ पता चलता है। वहीँ अगर बात करे हिमाचल कांग्रेस की तो कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच की गुटबाजी कहीं न कहीं पार्टी को अगामी चुनाव में महंगी पड सकती है।