ऊना |
Shark Tank India Season 3: शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India-3) का तीसरा सीजन लोगों को खूब पसंद आ रहा है। इसमें भाग लेने वालों के प्रतिभागियों के स्वरोजगार के क्षेत्र में कामयाबी किस्से सभी के दिलो में जोश भर देते हैं। हिमाचल के छोटे से गांव बंगाणा (Bangana) से आए अंकुश बरजाता (Ankush Barjata) के बिजनेस आइडिया ने भी शार्क्स को हैरान कर दिया। छोटे से शहर में अंकुश ने बड़ा कारोबार खड़ा कर दिया। अपने दादा-पापा की विरासत को नए अंदाज में आगे बढ़ाते हुए अंकुश ने गांव में 50 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी।
23 वर्षीय अंकुश बरजाता ने कम उम्र में स्वरोजगार के क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाडक़र समूचे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। लाखों रुपए के पैकेज की नौकरी छोडक़र ‘दीवा’ (DEEVA: The Online Sari Store) नाम से अपना मार्केटिंग प्लेटफार्म लांच कर करोड़ों रुपए का सालाना टर्नओवर कर सबका ध्यान आकर्षित करने वाले अंकुश बरजाता ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। शार्क टैंक इंडिया शो में ‘दीवा’ कंपनी को पांच में से तीन शार्कस ने दो करोड़ डील की ऑफर की है।
अंकुश बरजाता की कंपनी को इसमें 1.25 करोड़ रुपए वर्किंग कैपिटल व 75 लाख रुपए छह प्रतिशत इक्विटि के रूप में ऑफर किए गए हैं। शार्क टैंक की इस डील से कंपनी को बड़ा बूम मिला है। अपने क्षेत्र में डार्क होर्स के रूप में काम कर रहे अंकुश बरजाता इस शो में आने के बाद रातों-रात देश-दुनिया में छा गए हैं।
शार्क टैंक इंडिया शो (Shark Tank India Season 3) में आने के बाद ‘दीवा’ कंपनी की लोकप्रियता में एकदम बढ़ोतरी देखने को मिली है। कंपनी की बेवसाइट पर 24 घंटे में 50 हजार से अधिक हिटस व 1500 से अधिक आर्डर मिल चुके है। यूएसए,यूके व यूएई सहित देश भर में कंपनी 29 हजार पिन कोडस तक अपनी पहुंच बना चुकी है। आने वाले समय में कंपनी विश्व के 15 से अधिक देशों में अपने कारोबार का विस्तार करने जा रही है।
‘Deeva’ के फाउंडर अंकुश बरजाता साड़ियों का ऑनलाइन कारोबार करते हैं। Deeva एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो मैन्युफैक्चर्स को सीधे कस्टमर्स से जोड़ता है। अंकुश का परिवार लंबे वक्त से साड़ियों का बिजनेस करता रहा है। उनके दादा फेरी लगाकर साड़ियां बेचते थे। पिता ने साड़ी की दुकान में नौकरी की। आमदनी कम थी, इसलिए बच्चों की पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई। अंकुश ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई चेन्नई से की। पढ़ाई पूरी कर उन्होंने नौकरी ज्वाइन कर ली, लेकिन साल 2014 में उन्हें पता चला कि पिता को साड़ी की दुकान में घाटा हो रहा है। यहीं से अंकुश ने पिता के काम में हाथ बंटाने का फैसला किया। अंकुश साड़ी के काम को नया रूप देना चाहते थे। उन्होंने इसे ऑनलाइन बेचने की प्लानिंग की और Deeva की शुरुआत की।
कैसी साड़ियां बनाता है ये ब्रांड?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दीवा अभी पावरलूम साड़ियों पर फोकस कर रहा है, क्योंकि अधिकतर ग्राहक 2500 रुपये के आस-पास की कीमत वाली साड़ियां खरीदते हैं। यह साड़ियां कॉटन के साथ पॉलिएस्टर मिक्स कर के बनाई जाती हैं, क्योंकि अगर प्योर कॉटन की साड़ियां बनाएंगे तो उनकी कीमत 7-8 हजार रुपये से शुरू होगी। इनका पूरा बिजनेस ऑनलाइन है. अंकुश का दावा है कि कहीं से भी ऑनलाइन आप जो साड़ियां लेते हैं, उससे आधी कीमत में यहां आपको साड़ियां मिल जाएंगी।
क्या है दीवा की यूएसपी?
अंकुश कहते हैं कि मौजूदा वक्त में कोई भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सीधे मैन्युफैक्चरर से प्रोडक्ट नहीं लेता है। यह ओपन प्लेटफॉर्म है, जिस पर रिटेलर, होलसेलर और डिस्ट्रीब्यूटर कोई भी लिस्ट हो सकता है। लॉकडाउन के वक्त उन्होंने बहुत जगह ट्रैवल किया और मैन्युफैक्चरर्स से मिले। इसके बाद अंकुश ने टॉप मैन्युफैक्चरर्स से डील किया। अभी 5 एक्सक्लूसिव मैन्युफैक्चरर हैं, जबकि उनका प्लान ऐसे बहुत सारे मैन्युफैक्चरर्स से डील करने का है। वह इनके साथ एक एक्सक्लूसिव एग्रीमेंट भी करना चाहते हैं। अंकुश के साथ अभी 550 से भी ज्यादा मैन्युफैक्चरर्स हैं।
शार्क टैंक के दूसरे सीजन में भी किया था अप्लाई
अंकुश बताते हैं कि उन्होंने शार्क टैंक के दूसरे सीजन के लिए भी अप्लाई किया था, लेकिन उस बार उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया था। उस वक्त उन्होंने एक पोस्ट भी डाली थी कि वह अमन और पीयूष से नहीं मिल सके। इस बार के सीजन के लिए जब उनका सेलेक्शन फाइनल हुआ, उस वक्त वह एक रेस्टोरेंट में थे और वहीं पर उन्होंने एक टिश्यू पेपर पर लिखा था कि सीजन 3 में मिलते हैं।
खुद भी 2 स्टार्टअप में निवेश कर चुके हैं अंकुश
Shark Tank India Season 3 में अंकुश बताते हैं कि 2017 में साड़ी का मार्केट करीब 38 हजार करोड़ रुपये का था, जो 2023 तक लगभग 80 हजार करोड़ रुपये का हो चुका है। उनका विजन है कि हिमाचल में एक स्टार्टअप ईकोसिस्टम शुरू किया जाए। वह दो स्टार्टअप भी शुरू करवा चुके हैं और उनमें कुछ निवेश भी किया है।
Shark Tank India Season 3 में मिली 3 शार्क से डील
पीयूष बंसल और अनुपम मित्तल इस डील से बाहर हो गए। वहीं अमन गुप्ता बोले कि उन्हें बिजनेस समझ नहीं आ रहा है, लेकिन फाउंडर अच्छे लगे, इसलिए उन्होंने एक डील दी। अमन गुप्ता ने 5 फीसदी के बदले 20 लाख रुपये और 10 फीसदी ब्याज दर पर 2 साल के लिए 1.8 करोड़ रुपये का लोन ऑफर किया। हालांकि, कई बार ऑफर रिवाइज होने के बाद आखिरकार अमन गुप्ता, राधिका गुप्ता और रितेश अग्रवाल ने इसमें निवेश किया। तीनों ने मिलकर 12.5 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 75 लाख रुपये के बदले 6 फीसदी इक्विटी ली. साथ ही उन्होंने 10 फीसदी ब्याज दर पर 3 साल के लिए 1.25 करोड़ रुपये का लोन दिया।
Shark Tank India Season 3 | DEEVA: The Online Sari Store | Ankush Barjata
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