चंडीगढ़|
चरणजीत सिंह चन्नी ने आज पंजाब के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली| 58 साल के चन्नी रूपनगर की चमकौर साहिब से तीन बार से विधायक हैं| वह राज्य के पहले ऐसे दलित नेता हैं जो इस पद पर पहुंचे हैं| चन्नी को अमरिंदर सिंह का विरोधी समझा जाता है| उनके शपथ समारोह में राहुल गांधी भी मौजूद थे|
पंजाब के इतिहास में यह पहली बार है, जब कोई दलित चेहरा मुख्यमंत्री बना है| अब तक राज्य में जट सिख ही सीएम बनते रहे हैं| राज्य की करीब 3 करोड़ की आबादी में जट सिख की आबादी 20 फीसदी के करीब है, जबकि दलित आबादी (हिंदू और सिख दलित) 32 फीसदी है. राज्य में अन्य हिन्दू आबादी करीब 38 फीसदी है. इसके अलावा अन्य समुदाय जिसमें मुस्लिम, ईसाई भी शामिल हैं, उनकी आबादी करीब 10 फीसदी है|
दरअसल, अकाली दल ने चुनाव जीतने पर दलित नेता को उपमुख्यमंत्री पद देने का वादा किया था, जबकि बीजेपी ने चुनाव जीतने की सूरत में दलित सीएम बनाने का वादा किया था| कांग्रेस ने चन्नी के बहाने दोनों पार्टियों के इस हॉट मुद्दे को कुंद कर दिया है और आगामी पंजाब विधान सभा चुनावों से पहले चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर तिहरा दांव खेला है|