प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर उनके द्वारा शासित राज्यों में ईंधन की कीमतों में कटौती की घोषणा नहीं करने के लिए निशाना साधा। जबकि बीजेपी शासित प्रदेशों में पेट्रोल और डीजल की दरों में क्रमशः ₹13.43 और ₹19.61 प्रति लीटर तक की कटौती की गई है।
केंद्र सरकार ने बुधवार को पेट्रोल पर केंद्रीय लेवी में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी की घोषणा की और राज्यों से वैट (मूल्य वर्धित कर) को कम करके दरों को नीचे लाने का आग्रह किया।
भाजपा नेताओं द्वारा कर कटौती की घोषणा नहीं करने के लिए कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा। भाजपा नेताओं द्वारा यह तर्क दिया जा रहा है कि, ”उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 12 रुपये की कमी की है, इसी तरह गुजरात और असम में कीमतों में 7 रुपये की कमी की गई है। यह केंद्र सरकार द्वारा घोषित कटौती के अतिरिक्त है।”
ऐसे में अन्य राज्य जिसमे ”पंजाब, छत्तीसगढ़, दिल्ली और राजस्थान में लोग जानना चाहते हैं कि राज्य सरकारों द्वारा इस तरह के कदम क्यों नहीं उठाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए और भाजपा शासित राज्यों द्वारा अनुकरण किए गए कदम अन्य सरकारों द्वारा लागू नहीं किए जा रहे हैं।”
बता दें कि शुक्रवार शाम तक राज्य द्वारा संचालित तेल कंपनियों द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों – महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, मेघालय, अंडमान और निकोबार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब और राजस्थान में वैट अपरिवर्तित रहा। हालांकि, ओडिशा ने आधी रात से पेट्रोल और डीजल दोनों पर वैट में 3 रुपये प्रति लीटर की कमी की घोषणा की।
भाजपा शासित राज्यों के एक समूह ने ₹5 और ₹10 के बीच कटौती की घोषणा की। माना जाता है कि दिवाली की पूर्व संध्या पर की गई घोषणा मंगलवार को घोषित उपचुनाव परिणामों के मद्देनजर की गई थी, जो भाजपा के लिए मिश्रित थे।