प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
सीबीआई ने 23 हजार करोड़ की बैंक धोखाधड़ी मामले में ऋषि अग्रवाल समेत ABG शिपयार्ड के अन्य निदेशकों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने ये कवायद इसलिए शुरू की है, ताकि आरोपियों को विदेश भागने से रोका जा सकेपब
सीबीआई ने अपने बयान में कहा है कि सभी आरोपी भारत मे हैं और उनके खिलाफ एलओसी खोल दी गयी है जिससे वो देश छोड़कर न जाने पाएं। शिपिंग फर्म के निर्देशकों में ऋषि अग्रवाल, सांथनम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार शामिल है। सीबीआई की ओर से कहा गया है कि ABG शिपयार्ड ने स्टेट बैंक सहित 28 बैकों के 22,842 करोड़ रुपये की राशि चुकाने में चूक की है।
बता दें कि गुजरात की कंपनी एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और एबीजी इंटरनेशनल लिमिटेड को 28 बैंकों के कंसोर्टियम ने कर्ज़ दिया था, एसबीआई बैंक के अफसरों की मानें तो कंपनी के ख़राब प्रदर्शन की वजह से नवंबर 2013 में उसका खाता एनपीए बन गया। कंपनी को उबारने की कई कोशिश हुई हैं लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
इसके बाद कंपनी का फ़ॉरेंसिक ऑडिट कराया गया जिसकी रिपोर्ट 2019 में आई। इस कंसोर्टियम की अगुवाई आईसीआईसीआई बैंक कर रहा था, लेकिन सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक होने के नाते एसबीआई ने ही सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई। बैंकों को 22842 करोड़ का नुकसान हुआ जिसमें सबसे ज्यादा 7,089 करोड़ का नुकसानसआईसीआईसी बैंक को हुआ।