एंटरटेंमेंट डेस्क|
Salaar Day 1 Collection: निर्देशक प्रशांत नील की नई फिल्म ‘सलार पार्ट 1: सीजफायर’ (Salar Part 1: Ceasefire’) सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है। फिल्म लोगों को काफी पसंद आ रही है। यही कारण है कि शाहरुख खान (Shahrukh Khan) की (Dunki) डंकी से क्लैश के बावजूद ‘सलार’ तगड़ी ओपनिंग लेने जा रही है। संभवत: 2023 में रिलीज हुई सभी फिल्मो में इसकी सबसे बड़ी ओपनिंग।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सालार: पार्ट 1-सीजफायर ने इस साल रिलीज हुई सभी फिल्मों का रिकॉर्ड को तोड़ डाला है। प्रभास (Prabhas) की इस फिल्म ने अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग की है, जो उम्मीद से काफी ज्यादा है। सालार के पहले दिन की कमाई के आंकड़े सामने आ गए हैं। प्रभास की ये फिल्म पहले दिन देशभर से ग्रॉस 100 करोड़ रुपए से ऊपर की कमाई करती नज़र आ रही है
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— Hombale Films (@hombalefilms) December 22, 2023
आपको बता दें, इस फिल्म ने रिलीज से ठीक पहले (Salaar Day 1 Collection) प्री-सेल्स में रिकॉर्ड तोड़ना शुरू कर दिया था और 30.5 लाख टिकटें एडवांस में बेच दी गई थी, जिसके साथ ही प्री बुकिंग से 95 करोड़ का कलेक्शन किया गया था, और अब पहले दिन फिल्म ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर इतिहास लिख दिया है और 135 करोड़ की रैंकिंग हासिल की, इसके साथ ही दुनिया भर में 75 करोड़ का ग्रास कलेक्शन भी किया।
Salar Movie‘ की कहानी
‘सलार’ एक पर्शियन साम्राज्य के सुल्तान की कहानी है। फिल्म में सुल्तान का किरदार पृथ्वीराज सुकुमारन ने निभाया है, जो कि असली विलेन होते हैं। वहीं प्रभास, सुल्तान के दोस्त होते हैं, लेकिन आगे चलकर कुछ ऐसा हो जाता है कि दोनों की दोस्ती, दुश्मनी में तब्दील हो जाती है। फिल्म को सेंसर बोर्ड की तरफ से ए सर्टिफिकेट दिया गया है, और इसके पीछे का कारण इसकी कहानी में कई खूनी युद्ध और हिंसक सीन बताया गया है। बावजूद इसके मूवी बॉक्स ऑफिस पर सफलता का परचम लहराने में सफल नजर आई है।
Salar Movie’ review
निर्देशक प्रशांत नील कह चुके हैं कि उनकी सलार उनकी पिछली फिल्मों उग्रम और केजीएफ से ही प्रेरित है। इसके बावजूद फिल्म को लेकर जो हाईप बना हुआ है, उससे कुछ नए की उम्मीद तो स्वाभाविक थी, मगर एक्शन के हैरतअंगेज खौफनाक डोज के अलावा फिल्म में ज्यादा कुछ नया नहीं है। एक बार फिर वे अपनी कहानी को डिस्टोपियन शहर के सांवले और सुरमई माहौल में सजाते हैं, जो किरदारों के साथ -साथ सीक्वेंसेज की भयावहता को भी बढ़ाता है।
निर्देशक प्रशांत नील ने इस रक्तरंजित कहानी को दिलचस्प बनाने के लिए वे खानकार समुदाय में 110 जनजातियों और कई कबीलों का वर्णन करते हैं, मगर इनसे कन्फ्यूजन पैदा होता है। कहानी के कालखंड के रूप में 1917 से 2017 की टाइमलाइन दी गई है। प्रशांत ने कहानी में मां-बेटे के इमोशन को जोड़ने का भरसक प्रयास किया है। फिल्म का फर्स्ट हाफ स्लो है और सेकंड हाफ में दिल दहला देने वाले एक्शन सीक्वेंसों की भरमार है, जिन्हें देखकर यकीनन दर्शक हक्के-बक्के रह जाते हैं। कमजोर दिल वालों के लिए ये हिंसा का आधिक्य भी हो सकता है।