ऊना|
हरोली उपमंडल के भदसाली गांव में उस समय मातम का माहौल बन गया जब स्वां नदी में नहाते समय डूबने से जान गंवाने वाले दो छात्रों के शव रविवार सुबह करीब 11:30 बजे घर पहुंचे। 16-16 साल के दो जवान बेटों की मौत से हर कोई गमगीन था। लोग इस बात का यकीन नहीं कर पा रहे थे कि घर से जिम के लिए निकले गांव के दो लड़के कैसे नदी में डूबने से मौत का ग्रास बन गए। उल्लेखनीय है कि बीते शनिवार को लोअर बढेड़ा में दोपहर बाद स्वां नदी में नहाने उतरे सलोह के निजी स्कूल के बारहवीं के चार छात्रों में से दो की डूबने से मौत हो गई थी।
मृतक जतिन घर का इकलौता बेटा था। जतिन की मां इकलौते बेटे के जाने से बेसुध हैं। भाई की मौत से उसकी छोटी बहन की हालत देख हर किसी की आंख नम हो गई। वह बार-बार अपने पिता से यही बोल रही थी कि मेरा भाई चला गया। इस दौरान वह काफी देर शव को देख बिलखती रही और बेसुध हो गई। जतिन के पिता सतपाल सरकारी स्कूल में पीटीई हैं। सतपाल को आस-पड़ोस व परिचित लोग सांत्वना देते रहे लेकिन वह खुद को रोक नहीं पाए और शव के पास जाकर फूट-फूटकर रोने लगे।
वहीं, मृतक साहिल के घर पर भी शनिवार से ही माहौल गमगीन रहा। जैसे ही शव घर पहुंचा, पूरा इलाका चीख पुकार से गूंज उठा। परिजन यकीन नहीं कर पा रहे थे कि एक बच्चा जो हंसता खेलता घर से निकला था, वह इस हालत में लौटेगा। डीएसपी हरोली अनिल पटियाल ने बताया कि दोनों बालकों के शव पोस्टमार्टम के बाद रविवार को परिजनों को सौंप दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।