प्रजासत्ता ब्यूरो |
Lok Sabha Election 2024 : दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग के बाद कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस पार्टी ने मंडी से पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ( Vikramaditya Singh ) व शिमला लोकसभा सीट से कसौली से विधायक विनोद सुल्तानपुरी ( Vinod Sultanpuri) को मैदान उतारा है। बता दें कि भाजपा ने मंडी से कंगना रनौत और शिमला से सुरेश कश्यप को अपना उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस ने ( Lok Sabha Election 2024 ) शिमला और मंडी की दोनों सीटों पर युवा उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतार कर, इन दोनों सीटों पर चुनाव को रोमांचक बना दिया है। कांग्रेस के टिकट फाइनल न होने से पहले भाजपा इन सीटों पर अपनी दावेदारी को मजबूत मान रही थी, लेकिन कांग्रेस के इस दाव ने मुकाबला चुनौतीपूर्ण बना दिया है। मंडी और शिमला लोकसभा सीटों की बात करे तो दोनों ही उम्मीदवारों विक्रमादित्य सिंह व विनोद सुल्तानपुरी के परिवार का दबदबा रहा है।
मंडी लोकसभा में सिंह परिवार का इतिहास
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी सहित वीरभद्र सिंहउल्लेखनीय है कि मंडी लोकसभा सीट से छ: बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, स्वर्गीय वीरभद्र सिंह, और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह ने सांसद रह कर प्रतिनिधित्व किया है। जिसमे वीरभद्र सिंह, तीन बार, वर्ष 1971, 1980, 2009 में सांसद रहे जबकि तीन बार ही, वर्ष 2004, और उपचुनाव 2013, 2021 में सांसद रही है। यानि सही मायने में छ: बार ही इस परिवार ने मंडी से चुनाव जीते हैं।
शिमला लोकसभा में सुल्तानपुरी परिवार का इतिहास
वहीँ शिमला लोकसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता के. डी. सुल्तानपुरी (कृष्ण दत्त सुल्तानपुरी) ने वर्ष 1980 से 1998 तक लगातर छ: बार जीत दर्ज कर अपना दबदबा कायम रखा। राजधानी शिमला के तहत आने वाला संसदीय क्षेत्र शिमला का राजनीति में अहम स्थान है।
दोनों ही लोकसभा सीटों के इतिहास की बात करे तो, मंडी और शिमला सीटें जो पहले से ही कांग्रेस का गढ़ रही है। पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र और पूर्व सांसद के.डी. सुल्तानपुरी का इन क्षेत्रों के लोगों से परिवारिक रिश्ता और जुडाव रहा है। यही वजह है कि लंबे समय तक इनका परिवार इन क्षेत्रों का प्रतिनिधितव करता रहा है।
इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने Lok Sabha Election 2024 में इन दोनों परिवारों के बेटों पर दाव खेला है। वर्तमान में दोनों ही उम्मीदवार मौजूदा सरकार में विधायक हैं। विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से दूसरी बार विधायक है और सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री है। जबकि विनोद सुल्तानपुरी कसौली से विधायक हैं।
मंडी और शिमला लोकसभा सीटों की बात करे तो पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र और पूर्व सांसद के.डी. सुल्तानपुरी का लगाव परिवारिक और भावनात्मक हमेशा से ही लोगों के साथ रहा है यही कारण है कि केंद्र में सरकार किसी की भी रही हो, जब-जब भी इन परिवार के लोगों ने यहाँ से चुनाव लड़ा है, तब-तब यहाँ की जनता ने इन्हें भारी मतों से जीत दिला कर इनका मान बढाया है।
जनता से परिवारिक और भावनात्मक लगाव
जनता से परिवारिक और भावनात्मक लगाव की वजह देश में भी इन सीटों से जीतने वालों का मजबूत दबदबा रहा। वीरभद्र सिंह केंद्र में कैबिनेट मंत्री जबकि के.डी. सुल्तानपुरी योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। वर्तमान में कांग्रेस पार्टी ने इन दोनों परिवारों से विक्रमादित्य सिंह व विनोद सुल्तानपुरी को उम्मीदवार बना कर लोकसभा चुनाव 2024 के मुकाबले को रोमांचक बना दिया है।
क्या है रिश्ता
विक्रमादित्य सिंह सांसद प्रतिभा सिंह और पुर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के सुपुत्र है जबकि विनोद सुल्तानपुरी पूर्व सांसद स्वर्गीय के.डी. सुल्तानपुरी के सुपुत्र है।
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